एनकाउंटर में मारे गए सिमी के फरार 8 आतंकी, एनआइए करेगी जेल ब्रेक की जांच

bhopal central jail

आरयू वेब टीम।

भोपाल की सेन्‍ट्रल जेल से फरार आठ आतंकियों को मध्‍य प्रदेश पुलिस ने जेल से दस किलोमीटर की दूरी पर ही मार गिराया। आतंकी खेजरी गांव में रहने वाले अपने एक परिचित के यहां रूके थे। वहां से निकलने का सही मौका तलाश कर रहे थे कि तभी ग्रामीणों से सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने एनकाउंटर में उनको मार गिराया। पुलिस अब आतंकियों को पनाह देने वाले से पूछताछ कर रही है।

जेल ब्रेक की जांच करेगी एनआइए

दूसरी ओर मुठभेड़ के बाद मीडिया के सामने आए एमपी के सीएम शिवराज चौहान ने कहा कि जेल ब्रेक काफी गंभीर मामला हैं। उन्‍होंने इसकी जांच की मांग एनआइए से कराने के लिए गृहमंत्री से कहा था। जिसे उन्‍होंने मान भी लिया है। आतंकियों के मारे जाने के बाद अब उन्‍होंने नागरिकों की सुरक्षा के प्रति राहत की सांस ली है। इस दौरान उन्‍होंने पुलिस की सराहना भी की है।

गार्ड की हत्‍या कर भोपाल की जेल से हुए थे फरार

मध्‍य प्रदेश की राजधानी भोपाल की सेंट्रल जेल से दीवाली की रात प्रतिबंधित इस्‍लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के आठ आतंकवादी फरार हो गये थे। इसे दौरान फरारी में बाधा बने जेल के मख्‍य गार्ड की उन्‍होंने धारदार हथियार से हत्‍या कर दी थी। फरार आतंकिया में अहमदाबाद ब्‍लास्‍ट का मास्‍टर माइंड समेत पूर्व में दस-दस लाख के ईनामी रह चुके आतंकवादी भी शामिल थे। भागने के लिए आतंकवादियों ने चादर को रस्‍सी की तरह इस्‍तेमाल किया था।

आतंकियों पर 5-5 लाख का इनाम था घोषित, जेल अधीक्षक समेत पांच हुए थे निलंबित

घटना के बाद मध्‍य प्रदेश के गृह मंत्री भूपेंदर सिंह ने मीडिया को बताया था कि प्रदेश भर में हाई एलर्ट जारी करने के साथ ही सभी फरार आतंकियों पर पांच-पांच लाख रूपये का इनाम घोषित कर दिया गया हैं। जेल प्रशासन की लापरवाही सामने आने पर जेल अधीक्षक समेत पांच अधिकारी निलंबित कर दिए गए है। फरार आतंकियों के नाम मोहम्‍मद खालिद अहमद, शेख मुजीब, अमजद, मोहम्‍मद सलिख, अब्‍दुल अकील खिलजी, जाकिर हुसैन सादिक उर्फ विक्‍की डॉन, अब्‍दुल मजीद और महबूब शामिल थे।

खंडवा जेल से भी भाग चुके थे फरार आतंकी

फरार होने वाले आतंकियों में पांच वह आतंकी भी शामिल थे जो तीन साल पहले खंडवा जेल से भाग चुके थे। फरारी के दौरान उन्‍होंने कई लोगों की हत्‍या भी की थी। काफी मश्‍क्‍कत के बाद पकड़े गए आतंकियों को सेन्‍ट्रल जेल की सुरक्षा को पुख्‍ता समझते हुए गया था, लेकिन आतंकी यहां से भी फरार हो गए थे। आतंकी जिस योजनबद्ध तरीके से भागे थे, उससे जेल में किसी से मिलीभगत की भी आशंका बढ़ गई हैं।

कई प्रदेशों में हाई एलर्ट हुआ था जारी

आतंकी गतिविधियों के चलते देश के कई राज्‍यों में हाई एलर्ट घोषित कर दिया गया था। मध्‍य प्रदेश के साथ ही गुजरात, महाराष्‍ट्र व दिल्‍ली में हाई एलर्ट जारी कियें गए हैं। सुरक्षा एजेंसिंया आतंकतावादियों तक पहुंचने की हर संभव कोशिश में लगी थी। यह भी आशंका जताई जा रही थी कि फरारी के बाद आतंकी एमपी में ही कहीं छिपे हो सकते हैं। आतंकवादियों के मारे जाने केे बाद यह थ्‍योरी सही साबित हुई।