पूरे कार्यकाल में दवा तक नहीं देने वाली मोदी सरकार वोट के लिए छोड़ रही पांच लाख के इलाज का शिगूफा

शिगूफा

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। मोदी सरकार की योजना आयुष्‍मान भारत को लेकर सोमवार राष्‍ट्रीय लोकदल ने सवाल उठाते हुए इसे मात्र एक जुमला बताया है। रालोद के प्रदेश अध्‍यक्ष डॉ. मसूद अहमद ने आज कहा कि मोदी सरकार द्वारा नया शिगूफा आयुष्मान भारत के रूप में सामने आना एक बार फिर नये जुमले में गरीब भारतीयों को फंसाकर वोट लेने का घृणित प्रयास है।

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प्रदेश अध्‍यक्ष ने निशाना साधते हुए आगे कहा कि अपने लगभग पूरे हो चुके कार्यकाल में स्वास्थ्य विभाग में दवाईयों के साथ-साथ सामान्य व्यवस्था भी न कर पाने वाली मोदी सरकार आज गरीबों को पांच लाख का मुफ्त इलाज मुहैया कराने का लॉलीपॉप दिखा रही है। यहां तक कि सरकारी अस्पतालों में दवाई मिलना तो दूर की बात है स्ट्रेचर और एम्‍बुलेंस आदि की भी उचित व्यवस्था नहीं हो सकी है।

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खाते में 15 लाख जैसा होगा आयुष्‍मान भारत का हाल

मसूद अहमद ने तंज कसते हुए कहा कि ये योजना भी कालाधन लाकर जनता के खाते में 15 लाख पहुंचाने जैसी होगी। हां इतना जरूर है कि आरएसएस कैडर के लोगों को आरोग्य मित्र के नाम से अस्पतालों में महत्व मिलने लगेगा और सरकारी खर्चे का बोझ मानदेय के रूप में बढ़ जाएगा। उन्‍होंने आरोप लगाते हुए ये भी कहा कि इन्हीं सब के माध्यम से फर्जी तरीके से मरीजों का इलाज दिखाकर आयुष्मान भारत के बजट का बंदरबांट किया जाएगा।

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