ढाई करोड़ की स्‍मैक व साढ़े नौ लाख रुपए के साथ STF ने पकड़े तीन तस्‍कर, दिल्‍ली, पंजाब व हरियाणा तक घोलते थे जहर

ढाई करोड़ की स्‍मैक
तस्करों के पास से बरामद, स्मैक, नकदी व मोबाइल फोन।

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ को आज एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। एसटीएफ की टीम ने मंगलवार को पॉलीटेक्निक चौराहे के पास से सरगना समेत तीन तस्‍करों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ को उनके पास से ढाई किलो स्‍मैक के अलावा साढ़ें नौ लाख रुपए नकद व अन्‍य सामान बरामद हुए हैं। बरामद स्‍मैक की कीमत अंतर्राष्‍ट्रीय बाजार में ढाई करोड़ बतायी जाती है।

तस्‍करों का जाल काफी दूर तक फैला हुआ था, ये यूपी के साथ ही पंजाब, हरियाणा और दिल्‍ली तक के युवाओं की नसों में जहर घोल रहे थे। पकड़े गए तस्‍करों में बाराबंकी जिले के जैदपुर थाना क्षेत्र के टिकरा गांव निवासी सरगना मो. सलमान ऊर्फ छोटू के अलावा टिकरा का ही निवासी मो. तौफीक ऊर्फ काना व सिवान (बिहार) हुसैनगंज थाना क्षेत्र के सहूली गांव निवासी संतोष तिवारी शामिल है। एसटीएफ की टीम गहनता से तस्‍करों और उनकी पूरी चेन के बारें में पड़ताल कर रही है।

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ढाई करोड़ की स्‍मैक
एसटीएफ के हत्थे चढ़े आरोपित।

एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह ने मीडिया को बताया जानकारी मिलने के बाद तस्करों के पीछे एसटीएफ के एएसपी विशाल विक्रम सिंह को लगाया गया था। मुखबिर से सूचना मिलने के बाद एनसीबी और अपनी टीम के साथ विशाल विक्रम सिंह ने तस्‍करी के लिए जा रहे तस्‍करों को पॉलीटेक्निक चौराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया।

ऐसे होती थी तस्‍करी-

पकड़ें गए गैंग के सरगना सलमान ने एसटीएफ को पूछताछ में बताया कि वो पश्चिम बंगाल व झारखण्ड से क्रूड (अवैध मादक पदार्थ) मंगाकर इसमें अन्य मादक पदार्थो को मिलाकर मारफीन(स्मैक) तैयार करता था। जिसके बाद बड़े मुनाफे पर गैंग के अन्य सदस्यों (कैरियर) के माध्यम से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली व उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में स्‍मैक की सप्‍लाई करते थे।

एक महीने में 30 से 35 किलों स्‍मैक खपाता था सलमान

वहीं सलमान हवाले के जरिए हर महीने 50 से 60 लाख रुपए क्रूड मंगाने के लिए झारखण्ड भेजता था। जबकि महीने भर में ही वो 30 से 35 किलो स्‍मैक कैरियर के माध्यम से विभिन्‍न राज्‍यों में डिलीवरी करवाता था।

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हर बार मिलते थे 15 हजार

इसके लिए गैंग का सरगना अपने कैरियर को आने-जाने का ट्रेन का रिर्जवेशन टिकट देने के अलावा एक बार के लिए 15 हजार रुपए देता था। पकड़े गए तौफीक और संतोष कैरियर के ही तौर पर उसके लिए काम कर रहे थे।

तस्‍करों के पास से ये हुई बरामदगी-

ढाई किलो स्मैक और नौ लाख 52 हजार दौ सौ रूपये नकद के अलावा स्कूटी (संख्‍या यूपी 32 जेवी 4207), सिम कार्ड के साथ पांच मोबाइल फोन, पांच एटीएम कार्ड, तीन आधार कार्ड, एक वोटर आइडी कार्ड, ड्राईविंग लाइसेंस, पैन कार्ड व रेलवे का एक टिकट।

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