सेना में मेजर होने का झांसा दे IAS की तैयारी कर रही युवती से रेप करने वाला गिरफ्तार, FB पर हुई थी मुलाकात

फर्जी मेजर
पुलिस की गिरफ्त में फर्जी मेजर।

आरयू संवाददाता, 

लखनऊ। सोशल मीडिया के जरिए मिलने वालों से धोखा खाने के मामले आए दिन मीडिया की हेडलाइन बन रहें हैं। उसके बाद भी लोग सोशल मीडिया पर बनी फेक आइडी के मायाजाल में फंसने से खुद को नहीं बचा पा रहे हैं। आज एक बार फिर बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया हैं। पीजीआइ पुलिस ने सेना के एक फर्जी मेजर को वर्दी में गिरफ्तार कर सनसनीखेज खुलासा किया है। पकड़ा गया फर्जी मेजर दिल्‍ली में रहकर आइएएस अफसर बनने की तैयारी कर रही युवती को अपने जाल में फंसाकर काफी समय से उसका रेप कर रहा था। दोनों की मुलाकात फेसबुक (एफबी) पर हुई थी। पुलिस युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ ही मामले की गहनता से जांच कर रही है।

ये है मामला-

पीजीआइ इंस्‍पेक्‍टर अरुण कुमार राय ने बताया कि जानकीपुरम इलाके में रहने वाली रेलवे कर्मी की बेटी दिल्‍ली में रहकर आइएएस की तैयारी कर रही है। करीब साल भर पहले पीजीआइ के मवैया निवासी राजकुमार सिंह के बेटे हिमांशु सिंह ने उससे फेसबुक पर बातचीत करने के साथ ही खुद को सेना में मेजर के पद पर तैनात होने की बात बताई।

हिमांशु की बात में आकर युवती उसके जाल में फंस गयी और दोनों के बीच काफी नजदीकियां हो गयी। इस बीच हिमांशु शादी का झांसा देकर युवती के साथ कई बार दिल्‍ली के अलावा लखनऊ में भी रेप किया।

घरवालों की सर्तकता से फूटा भांडा

इंस्‍पेक्‍टर के अनुसार युवती ने घर पर हिमांशु के बारे में बताते हुए उससे शादी करने की इच्‍छा जताई। बेटी की बात सुनने के बाद शंका होने पर रेलवे में तैनात मां ने हिमांशु की जांच कराई तो उसके फर्जी होने का पता चला। जिसके बाद कल पीजीआइ कोतवाली पहुंची मां ने हिमांशु के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।

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मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तेजी दिखाते हुए आज हिमांशु को पीजीआइ इलाके से ही धर दबोचा। गिरफ्तारी के समय भी हिमांशु मेजर की पूरी वर्दी में था। पुलिस हिमांशु के खिलाफ भदवि की धारा 419, 420, 171 व 376 के तहत मुकदमा दर्ज करने के साथ ही मामला सेना से भी जुड़ा होने के चलते गहनता से जांच कर रही है।

अन्‍य युवतियों को भी दिया था झांसा

इंस्‍पेक्‍टर पीजीआइ ने बताया फिलहाल की जांच में ये बात सामने आया है कि हिमांशु ने अन्‍य युवतियों को भी झांसे में लेने के लिए खुद को सेना का मेजर बताया था। अभी उनकी ओर से कोई शिकायत नहीं आयी है। इसके अलावा पुलिस ये भी पता लगा रही है कि हिमांशु के फर्जी मेजर बनने के पीछे मकसद सिर्फ युवतियों को फंसाना था या फिर उसका कुछ और भी इरादा था।

गिरफ्तारी में इनकी रही अहम भूमिका-

फर्जी मेजर को पकड़ने में इंस्‍पेक्‍टर पीजीआइ के अलावा एसएसआइ रमाकांत द्विवेदी, हेड कांस्‍टेबल राम लोटन रावत, कांस्‍टेबल दीपक तेवतिया, राजबहादुर सिंह, मुसाफिर यादव व बबिता सिंह का अहम योग्‍दान रहा।

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