दर्दनाक: गोमती में नहाने गयी मासूम सहित चार लड़कियां डूबी, दो की मौत

गोमती में लड़कियां डूबी
हादसे के बाद मौके पर जुटी भीड़।

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। मड़ियांव इलाके के घैला पुल के पास गुरुवार की दोपहर गोमती नदी में नहाने गयी मासूम समेत चार लड़कियां डूब गयी। घटना का पता चलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। समय रहते मासूम समेत दो लड़कियों को एक युवक ने जान पर खेल कर बचा लिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची स्‍थानीय पुलिस ने अन्‍य दो लड़कियों के शव गोमती से निकलवाकर पोस्‍टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

बताया जा रहा है कि दुबग्गा सब्जी मंडी में सब्जी छांटकर गुजर बसर करने वाले दर्जनों गरीब परिवार मंडी के पास ही झोपड़पट्टी बनाकर रहते हैं। आज करीब तीन बजे झोपड़ी में ही रहने वाली चांदनी (12), अपनी बहन रीना (5) तथा सहेली सबा (10) व रोशनी (11) के साथ घैला पुल के समीप गोमती में नहाने गयी थी। नहाने के दौरान गहरे पानी में चले जाने से चारों डूबने लगी।

शाबाश! विश्‍वकर्मा ने बचा ली दो जिंदगी, दो को नहीं बचाने का जताया अफसोस

प्रत्यक्षदर्शियों के हादसे के वक्‍त नदी की दूसरी तरफ दोस्तों के साथ नहा रहे दुबग्गा निवासी विश्‍वकर्मा ने लड़कियों को डूबता देखा, तो उससे रहा नहीं गया। मौके पर पहुंचकर उसने तत्‍काल लड़कियों को पानी से निकालने का प्रयास शुरू कर दिया।

जान की बाजी लगाकर विश्‍वकर्मा अपनी कोशिशों के चलते रोशनी और रीना को मौत के मुंह से खींच लाया। हालांकि दोनों को बचाने के दौरान समय लगने से सबा और चांदनी पूरी तरह से डूब गयी। इसके बाद विश्‍वकर्मा काफी देर तक नदी खंगालता रहा, लेकिन सफलता नहीं मिलने पर मायूस हो गया।

मौके पर जुटे लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दे दी। वहीं हादसे में बची रोशनी और रीना ने घर पहुंच कर परिवारीजनों को घटना के बारे में बताया तो रोना-पीटना मच। कलपते हुए मौके पर परिजन पहुंचे तो माहौल गमगीन हो गया।

घटनास्‍थल पर पहुंची माडि़यांव पुलिस ने गोताखोरों को सबा और चांदनी की तलाश में लगाया। कुछ देर बाद गोताखोरों ने दोनों को पानी से बाहर निकाला। हालांकि तब-तक दोनों की सांसें टूट चुकी थी।

पानी की कमी बनी जानलेवा

घटनास्थल पर पहुंची मृतका सबा की मां शबनम और रोशनी की मां नसरीन ने बताया कि उन लोगों के परिवार को किसी तरह से पीने का पानी तो मिल जाता है, लेकिन नहाने के लिए काफी मारामारी करनी पड़ती है। पीड़ित परिवार के मुताबिक मंडी में लगे सरकारी सबमर्सिबल पंप पर व्यापारी नहाने नहीं देते। जिसके चलते उनकी बच्चियां रोजाना पैदल ही नदी में नहाने जाती थी। परिजन ने बताया कि इसकी जानकारी होने पर मंगलवार को सभी को फटकार लगाते हुए नदी नहाने से मना किया गया था। इसके बावजूद बुधवार को सभी चोरी से गोमती मेें नहाने चली गईं थी।