मायावती ने मुसलमानों को कहा था गद्दार, मांगे थे 50 करोड़: नसीमुद्दीन सिद्दीकी

मुसलमानों
अपने साथियों के साथ प्रेसवार्ता करते नसीमुद्दीन सिद्दीकी।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी से बेटे समेत निकाले जाने के अगले दिन यानि कि आज नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने राजधानी में प्रेसवार्ता कर बसपा सुप्रीमो मायावती पर काफी गंभीर आरोप लगातार बसपा में सियासी भूचाल ला दिया है।

बसपा से निष्कासित नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने आज पार्टी मुखिया मायावती से बातचीत की रिकॉर्डिंग पेश करते हुए आरोप लगाया कि उनसे 50 करोड़ रुपये मांगे गए थे जिसे नहीं देने पर उनके साथ बुरा व्यवहार कर पार्टी से निकाला गया।

नसीमुद्दीन ने यह भी आरोप लगाया कि इस वर्ष हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में मुसलमानों के मत नहीं मिलने पर मायावती ने मुस्लिमों को गद्दार और दाढ़ी वाला कुत्ता कहा था। सिद्दीकी ने कहा कि पार्टी से निकाले जाने के लिए मुझ पर जो भी आरोप लगाए गए हैं, वह सभी निराधार हैं। उन्होंने अपने दावों के पक्ष में कुछ फोन रिकॉर्डिंग भी मीडिया को दी हैं। नसीमुद्दीन ने मायावती पर अपराधियों के गिरोह को भी संरक्षण देने का आरोप लगाया।

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यहां तक कहा कि उन्होंने दाढ़ी वाले मुसलमानों को जब कुत्ता कहा तो मुझसे रहा नहीं गया।” सिद्दीकी ने कहा, मायावती ने यह भी कहा कि अगड़े और पिछड़े वर्ग ने भी हमें वोट नहीं दिया और धोखा दिया। पासी, धोबी, सोनकर, वाल्मीकि आदि ने भी वोट नहीं दिया और सबको बुरा-भला कहना शुरू कर दिया। जब मैंने कहा कि बहन जी इससे कोई बात नहीं बनेगी तब उन्होंने कहा कि मैं तुम पर भी एक्शन लूंगी।

सिद्दीकी ने कहा, ”हालिया उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के बाद मायावती ने मुझे दिल्ली बुलाया तो मेरे साथ मेरा बेटा अफजल भी था। उन्होंने मुझसे पार्टी की हार का कारण जानना चाहा और पूछा कि मुसलमानों ने पार्टी को मत क्यों नहीं दिया तो मैंने कहा कि जब तक कांग्रेस और सपा का गठबंधन नहीं हुआ था तब तक मुसलमान ज्यादा तादाद में हमारे साथ था, लेकिन गठबंधन के बाद मुसलमान भ्रम में आ गया और वह बंट गया। इस पर मायावती ने कहा कि मुसलमान गद्दार है।

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नसीमुद्दीन ने कहा कि 19 अप्रैल को पार्टी के सभी उम्मीदवारों और नेताओं की एक बैठक बुलाई गयी थी, जिसमें मायावती ने अपने भाषण में मान्यवर कांशीराम को अपने से नीचा दिखाने का प्रयास किया और कहा कि 2002 में जब विधानसभा का चुनाव पंजाब और उत्तर प्रदेश में एक साथ हो रहा था तब कांशीराम यूपी का सारा पैसा लेकर पंजाब चले गये और कहा कि मैं पंजाब में सरकार बना कर लौटूंगा लेकिन कांशीराम खाता भी नहीं खोल पाए और मैं यूपी में 100 से ज्यादा सीटें लेकर आई।

सिद्दीकी ने कहा कि मैंने मायावती को हार के कारणों में यह भी बताया था कि ”आप घोषणा पत्र जारी नहीं करतीं। पार्टी की दुगर्ति इसलिए हुई है कि आप लोगों से मिलना नहीं पसंद करतीं। 2017 में आपने सिर्फ 55 जनसभाएं कीं और बीच में कई छुटि्टयां करीं जबकि दूसरे दलों के नेताओं ने 250-300 सभाएं कीं। तो वह बोलीं कि मैं क्या जान दे दूं।’ फिर मैं कहा आपने कभी अपने प्रत्‍याशी का नाम लेकर वोट ही नहीं मांगा। यह एक बड़ी वजह है।

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सिद्दीकी ने कहा कि पार्टी में सबके साथ एक जैसा व्यवहार नहीं है। मायावती से जो भी मिलने जाता है उसकी पूरी तलाशी ली जाती है और मोबाइल फोन, पैन घड़ी तक बाहर रखवा लिये जाते हैं, लेकिन सतीश मिश्रा और उनके दामाद की तलाशी लेना तो दूर की बात है, उनकी गाड़ी भी मायावती के घर के अंदर जाती है।

नसीमुद्दीन ने बताया, ”एक दिन मायावती ने मुझे अकेले बुलाया और कहा कि इस समय पार्टी को पैसे की बहुत जरूरत है। मैंने कहा कि वो तो हमेशा होती है। उन्होंने कहा कि 50 करोड़ रुपए की पार्टी को जरूरत है। तो वह बोलीं कि अपनी प्रॉपर्टी बेच दो। इसके बाद मैं भाइयों, रिश्तेदारों और दोस्तों के पास गया और मदद मांगी और पार्टी के लोगों से कहा कि मेरी प्रॉपर्टी बिकवा दो। जब थोड़ा बहुत इंतजाम हो गया तो मायावती को मैंने फोन पर कहा कि मैं कुछ लेकर आ रहा हूं तो उन्होंने मना कर दिया कि सारे लेकर आना।

सिद्दीकी ने मायावती को पार्टी के प्रति अपनी वफादारी की बातें याद दिलाते हुए कहा कि उनके कहने पर मैं सारे केस भी अपने ऊपर लेता रहा। मायावती की वजह से मैं अपने बेटी को भी देखने नहीं जा सका। उन्होंने आरोप लगाया कि मायावती के भाई आनंद कुमार और सतीश मिश्रा एंड कंपनी के साथ मिलकर मायावती बसपा को खत्म करने की साजिश कर रही हैं, क्योंकि उन्हें राजनीति में जहां तक पहुंचना था वहां तक वह पहुंच चुकी हैं अब आगे कोई दलित मुख्यमंत्री नहीं बन सके इसके लिए पार्टी को खत्म करने की तैयारी चल रही है। सतीश चन्‍द्र मिश्रा भी विरोधियों से मिलकर पार्टी को खत्‍म करना चाहते हैं।

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उन्होंने कहा कि मेरे पास ऐसे कई सारी फोन रिकॉर्डिंग हैं जो सबके सामने आ जाएं तो बड़ा भूचाल आ जायेगा, लेकिन मैं अभी सिर्फ उन्हीं आरोपों का जवाब दे रहा हूं जो मुझ पर लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे वह लोग आगे बढ़ेंगे वैसे-वैसे मैं भी आगे बढ़ूगा।

नसीमुद्दीन ने मायावती पर अपराधिक गिरोह को संरक्षण देने का भी आरोप लगाते हुए कहा कि वह मुझे या फिर मेरे परिवार वालों को मरवा सकती है, लेकिन मैं झुकुंगा नहीं। उन्‍होंने यह भी कहा कि उनके पास सबूत है मायावती ने कब किसके साथ क्‍या षड़यंत्र किया।