नफरत की आग में जल रहे युवक ने कराई थी बाप की हत्‍या, ADM के बेटे ने ली थी सुपारी

एसएसपी दीपक कुमार
आरोपितों को मीडिया के सामने पेश कर जानकारी देते एसएसपी दीपक कुमार व एएसपी नार्थ अनुराग वत्स ।

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। राजधानी पुलिस ने आज टाइल्‍स कारीगर की हत्‍या के मामले में सनसनीखेज खुलासा किया है। पिछले दिनों पीजीआई इलाके में हुई टाइल्‍स कारीगर की हत्‍या किसी और ने नहीं बल्कि उसके सगे बेटे ने ही नफरत के चलते कराई थी। बेटे ने हत्‍या के लिए एडीएम के बेटे को सुपारी दी थी। पुलिस ने आज घटना में शामिल लोगों को गिरफ्तार करते हुए मामले का खुलासा किया तो हर कोई चौंक गया। आरोपितों के पास से घटना में प्रयुक्‍त मोबाइल समेत अन्‍य चीजें पुलिस ने बरामद कर ली हैं। हालांकि इस सनसनीखेज हत्‍या में शामिल दो बदमाश पुलिस की पकड़ से अभी दूर हैं।

कैंप कार्यालय पर प्रेसवार्ता कर एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि राजेश कुमार रावत ने अपनी पत्नी को घर से भगा दिया था जबकि बेटी को भी कहीं गायब कर दिया था। राजेश का किसी अन्य महिला से प्रेम प्रसंग चल रहा था। कुछ दिनों बाद राजेश अपनी प्रेमिका को घर ले आया था। इतना ही नहीं राजेश ने अपने बेटों गुलशन व रोशन की पढ़ाई बचपन में ही बन्द करा दी थी और उनके साथ बुरा व्यवहार करता था।

यह भी पढ़ें- गोमतीनगर में संपत्ति विवाद में बेटे ने मां को सिर कूंचकर मार डाला, गोली लगने से खुद भी हुआ घायल

इन्‍हीं सब बातों को लेकर गुलशन और राजेश के बीच अक्सर विवाद होता था। गुलशन राजेश से नफरत करने लगा था और उसकी हत्‍या करने के बारे में सोच रहा था। तभी गुलशन के एक दोस्‍त सरवन ने उसकी मुलाकात आर्यन से करवाई थी। बातचीत के बाद आर्यन एक लाख रुपए के बदले राजेश की हत्‍या करने का तैयार हो गया।

तय प्‍लॉन के मुताबिक बीते आठ अगस्त को आर्यन ने राजेश के मोबाइल पर कॉल कर उसे काम के लिए पीजीआई क्षेत्र की अवध विहार कॉलोनी के पास बुलाया और मौका देखकर अपने साथियों की सहायता से उसकी निर्मम हत्या कर शव को मेनहोल में फेकने के बाद आग लगा दी थी।

यह भी पढ़ें- संपत्ति के लालच में मां, बहन की हत्‍या के बाद शव ठिकाने लगाने ले जा रहा युवक पकड़ा गया

हत्‍या के बाद मेनहोल में मिली थी लाश

बताते चलें कि आठ अगस्त की शाम पीजीआई इलाके में खेल रहे बच्चों ने एक व्यक्ति का शव मेनहोल में जली अवस्‍था में पड़ा देखा था। बच्चों ने शोर मचाया और इसकी सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी थी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची थी और शव को मेनहोल से बाहर निकलवाया था। शव देखकर पता लग रहा था कि व्‍यक्ति की धारदार हथियार से हत्‍या करने के बाद शव को जलाने का प्रयास किया गया है।

शिनाख्त छिपाने के लिए जलाया था शव

हत्‍या के खुलासे में अहम भूमिका निभाने वाले एएसपी नार्थ अनुराग वत्‍स ने बताया कि आरोपितों ने पुलिस को गुमराह करने का हर संभव प्रयास किया था। राजेश की धारदार हथियार से हत्या करने के बाद शव को खुले पड़े मेनहोल में डाल दिया था। शिनाख्त होने के डर से हत्‍यारोपितों ने शव को जला दिया था। हालांकि मृतक की जेब में मिले पैन कार्ड से उसकी पहचान हो गई थी।

लूटे हुए मोबाइल से की थी कॉल

राजेश की हत्‍या के बाद पकड़े नहीं जाने के लिए बदमाशों ने बेहद शातिराना तरीके से तैयारी की थी। यहां तक कि सुपारी लेने वाले एडीएम के बेटे ने जिस मोबाइल फोन से राजेश को बुलाने के लिए कॉल किया था वह बीते पांच अगस्त को सरोजनीनगर इलाके में दो लोगों को चाकू मारकर लूटा गया था। इसके अलावा आर्यन ने घटना में प्रयुक्त हुण्डई कार खरगापुर निवासी ममता चौहान के घर से चोरी की थी। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाशों ने कार को आनन्दी वाटर पार्क के पीछे जंगल में ले जाकर फूंक दिया था। हालांकि कार के ढांचे को चिनहट पुलिस ने 12 अगस्‍त को ही बरामद कर लिया था।

गलत आदतों की वजह से अपराधी बना एडीएम का बेटा

एसएसपी ने बताया कि हत्‍या की एक लाख रुपए में सुपारी लेने वाला यथार्थ सिंह उर्फ अमित सिंह उर्फ आर्यन के पिता नरेन्द्र सिंह आगरा जनपद में एडीएम हैं। आर्यन गलत संगत में आकर अपराधिक गतिविधियों में लिप्त होता चला गया था। हार्ईस्कूल करने के बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी थी और अपराधियों के साथ घूमा करता था।

हत्या में शामिल चिनहट निवासी संदीप और जुग्‍गौर के रवि की तलाश पुलिस कर रही है। जबकि चिनहट की नंदी विहार कॉलोनी निवासी आरोपित पुत्र गुलशन सुपारी लेने वाले याथार्थ सिंह उर्फ आर्यन, सलारगंज चिनहट निवासी सरवन साहू, करन साहू और डूडा कालोनी इन्दिरानगर निवासी अनवर अली को गिरफ्तार किया गया है।

यह भी पढ़ें- शर्मनाक: मकान के लालच में भाई ने बेटे के साथ मिलकर की थी बहनों की हत्‍या