कांग्रेस ने कहा नकल की वजह से नहीं छोड़ी दस लाख छात्रों ने परीक्षा, योगी सरकार पर हमले के साथ गिनाई ये वजहें

हिलाल अहमद

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। बोर्ड परीक्षा में इस बार अब तक दस लाख से ज्‍यादा छात्र-छात्राओं के परीक्षा छोड़ने को जहां नकल माफियाओं पर नकेल कसने का योगी सरकार नतीजा बता रही। वहीं अब कांग्रेस ने इस बात को झूठालते हुए इसके लिए सीधे तौर पर प्रदेश सरकार को जिम्‍मेदार ठहराया है। साथ ही कांग्रेस ने छात्रों के परीक्षा छोड़ने की वजह गिनाने के साथ ही योगी सरकार से छात्रों से माफी मांगने और परीक्षा छोड़ने वाले छात्रों की परीक्षा दोबारा कराने की मांग की है।

कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्‍ता डॉ. हिलाल अहमद ने आज एक बयान में कहा कि योगी सरकार सभी मोर्चों पर विफल हो चुकी है। अब वह सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए निर्दोष छात्र-छात्राओं का उत्पीड़न कर रही है। सरकार यह बताना चाहती है कि यूपी के छात्र-छात्राएं नकल के भरोसे ही परीक्षा पास करते हैं? इससे बड़ा एवं शर्मनाक आरोप यूपी के छात्रों पर किसी सरकार ने नहीं लगाया था।

कांग्रेस प्रवक्‍ता के अनुसार इन वजहों से छोड़ी छात्र-छात्राओं ने बोर्ड परीक्षा-

1- छात्र-छात्राओं को समय से पाठ्यक्रम की पुस्तकें उपलब्ध नहीं हो सकीं। जुलाई-अगस्त तक वह पाठ्य पुस्तकों के लिए ही परेशान रहे। सीबीएसई और आईसीएसई की तर्ज पर ‘जहां धनी परिवार के छात्र छात्राएं प्रवेश लेते है’ फरवरी में ही बोर्ड परिक्षाएं करा दी जा रही है। जिसके चलते शिक्षा सत्र बहुत छोटा हो गया। छात्र-छात्राओं को तैयारी का पूर्ण मौका ही नहीं मिला और उन्‍हें परीक्षा छोड़नी पड़ी।

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2- इस ठण्ड में परीक्षा देने के लिए सुबह छह बजे या उससे भी पहले घर से निकलना सभी गरीब छात्रों के लिए संभव नहीं था। 2400 परीक्षा केंद्र समाप्त कर देने के कारण बड़ी संख्‍या में छात्र-छात्राओं को बहुत लंबी दूरी तय करनी पड़ती, जिसके कारण गरीब विद्यार्थियों ने एवं छात्राओं ने इस वर्ष की परीक्षाएं छोड़ी हैं।

3- सरकार ने बड़ी संख्‍या में पदों पर नियुक्‍त अध्यापकों को पद से हटा दिया, परन्तु नई नियुक्तियां नहीं कीं। जिसके चलते भी छात्रों को सरकार समुचित पढ़ाई का माहौल देने में असफल रही और छात्रों को परीक्षा छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा।

4- वहीं अनेक विद्यार्थियों के पास आधार कार्ड नहीं होने के चलते भी उन्‍हें परीक्षा केंद्रों से वापस लौटना पड़ा।

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छात्रों के परीक्षा छोड़ने के कारण गिनाने के साथ ही प्रदेश प्रवक्‍ता ने अपने बयान में आगे कहा कि योगी सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए बेकसूर छात्र-छात्राओं को नकलची बताकर न केवल उनका अपमान किया है, बल्कि प्रदेश की प्रतिष्ठा पर भी धब्बा लगाया है। भाजपा सरकार ने यह पहली बार नहीं किया है। वहीं पूर्व में यूपी में बन चुकी भाजपा सरकार के कार्यकाल का जिक्र करते हुए हिलाल अहमद ने कहा कि इससे पूर्व भी भाजपा सरकार ने छात्र-छात्राओं को नकल करने के आरोप में अपराधी घोषित कर उन्‍हें जेल तक भिजवा दिया था।

छात्र-छात्राओं से माफी मांगे योगी सरकार

कांग्रेस प्रवक्‍ता ने मांग करते हुए कहा कि योगी सरकार परीक्षा छोड़ने वाले निर्दोष छात्र-छात्राओं से माफी मांगे। इसके साथ ही मजबूरी के कारण जिन गरीब छात्र-छात्राओं की परीक्षाएं छूटी हैं उनकी परीक्षा कराने का दोबारा प्रबंध करें।

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