राजधानी में तेंदुआ के हमले में देवर-भाभी घायल, पकड़ने में लगी टीम के सामने से भागा, देखें वीडियो

आरयू संवाददाता, 

लखनऊ। राजधानी में तेंदुआ का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है, पहले ठाकुरगंज के स्‍कूल में घुसे तेंदुआ को किसी तरह से पकड़ा गया तो चिनहट के गांवों में तेंदुआ के हमले के बाद दहशत बनी रही है। इसके बाद आज सुबह तेंदुआ ने आशियान इलाके के औरंगाबाद खालसा गांव में किशोर व उसकी भाभी पर हमला कर दिया। हमले में किशोर को पीठ व कंधे समेत अन्‍य जगाहों पर चोंटें आई हैं। वहीं महिला भी मामूली रूप से घायल हुई है। गनीमत ये रही कि बड़ा हादसा होते-होते बच गया।

राजधानी में तेंदुआ

दूसरी ओर सूचना पाकर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम तेंदुआ को पकड़ने के लिए पांच घंटे तक जाल ही लगाती रही। वहीं खुद को घिरता देख शातिर तेंदुआ टीम के सामने से ही भाग निकला। अब उसकी तलाश में फिर से वन विभाग की टीम लगी है। इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस से लेकर वन विभाग की लापरवाही भी सामने आयी है। जिससे ग्रामीणों में रोष है।

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बताया जा रहा है कि औरंगाबाद खालसा गांव रमेश गौतम का 16 वर्षीय बेटा कुलदीप सुब‍ह करीब सात बजे खेत में पानी देने गया था। तभी घात लगाए बैठे तेंदुआ ने उसपर हमला कर दिया। कुलदीप के अनुसार तेंदुआ उसे पकड़कर खीच रहा था। तभी वहां बनी झोपड़ी की टीन गिर जाने के चलते तेंदुआ घबरा गया वहीं उसने टीन को अपना कवच बना लिया।

कुलदीप पर हमला करने के बाद तेंदुआ पास के खेत में धनिया तोड़ने पहुंची उसकी भाभी निधि पर हमला का दिया। हालांकि इस हमले में उन्‍हें मामूली खरोच आयीं। वहीं हमले के बाद ग्रामीणों के शोर-शराबे के चलते तेंदुआ भागकर पास में स्थित राकेश कुमार के सरसों के खेत में लगी एक पाइप में जा छिपा।

राजधानी में तेंदुआ

सूचना के तीन घंटे बाद पहुंची वन विभाग की टीम पांच घंटे तक लगाती रही ब‍ल्‍ली

इस बीच ग्रामीणों ने इसकी जानकारी वन विभाग के साथ ही पुलिस को दी। ग्रामीणों का कहना था कि सुबह सात बजे सूचना देने पर टीम ने मौके पर पहुंचने में तीन घंटे से ज्‍यादा का समय लगा दिया। इस बीच ग्रामीणों ने दहशत के चलते अपने बच्‍चों को स्‍कूल तक नहीं भेजा।

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वहीं बाद में पहुंची वन विभाग की टीम दोपहर तीन बजे तक सिर्फ जाल और बल्लियां ही लगाती रह गयी। इसी बीच खुद को घिरता देख तेंदुआ गुर्राता हुआ खेत से निकलकर वन विभाग की टीम के सामने से ही भाग निकला। तेंदुआ के निकलते ही वन विभाग की टीम के साथ ही ग्रामीणों में भी कुछ देर के लिए भगदड़ मच गयी।

राजधानी में तेंदुआ

पुलिस नहीं रोक पायी ग्रामीणों को हो सकता था हादसा

दूसरी ओर सूचना पाकर आशियाना के साथ ही सरोजनीनगर और पीजीआइ की पुलिस मौके पर तो पहुंची लेकिन ग्रामीणों की भीड़ को कंट्रोल करने में वह फेल रही। यहां तक की तेंदुआ जहां छिपा था वहां तक सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ भी उसे देखने के लिए पहुंच गयी। वहीं तेंदुआ के सरसों के खेत से निकलते ही भगदड़ मचने से वन विभाग के कर्मचारियों समेत कई लोग चोटिल हो गए। हालांकि ये गनीमत रही कि इस दौरान तेंदुआ ने किसी पर हमला नहीं किया।

राजधानी में तेंदुआ

सीसीटीव में हुआ कैद

वहीं छानबीन में पुलिस को पता चला कि बीती रात तेंदुआ गांव में घुसा था। रमाबाई पार्क के सामने स्थित एक दुकान के सीसीटीवी फुटेज में भी तेंदुआ रात में सड़क पार कर गांव में जाता दिखा है।