“समान कार्य-समान वेतन”, समेत चार सूत्रीय मांगों को लेकर शिक्षामित्रों ने लखनऊ में शुरू किया प्रदर्शन, जानें अपडेट

महिलाएं कराएंगी मुंडन
इको गार्डेन में प्रदर्शन करते शिक्षामित्र। (फाइल फोटो)

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। समायोजन निरस्‍त होने के बाद से लगातार तंगहाली की जिंदगी जी रहे शिक्षामित्रों ने एक बार फिर योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। प्रदेश के विभिन्‍न जिलों से राजधानी लखनऊ के ईको गार्डेन में जुटें शिक्षामित्रों ने “समान-कार्य समान” वेतन समेत चार सूत्रीय मांगों को लेकर शुक्रवार से प्रदर्शन शुरू कर दिया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मांग पूरी होने तक धरना जारी रहेगा।

यह भी पढ़ें- शिक्षामित्रों से मिलने के बाद अखिलेश ने योगी सरकार के सामने उठाई उनकी ये मांगें

यूपी प्राथमिक शिक्षामित्र संयुक्‍त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले आयोजित किए गए प्रदर्शन में शिक्षामित्रों का कहना था कि योगी सरकार लगातर उन लोगों की उपेक्षा कर रही है। मोर्चा के प्रदेश संयोजक गाजी इमाम आला ने कहा कि प्रदेश भर के प्राथमिक विद्यालयों में लगभग एक लाख 70 हजार शिक्षामित्र 18 सालों से शिक्षण कार्य कर रहे हैं। जबकि इसके बाद भी उन लोगों की अनदेखी की जा रही है, जिसके चलते लगातार शिक्षामित्रों की जहां असमय जानें जा रही है, वहीं शिक्षामित्र व उनका पूरा परिवार समायो‍जन रद्द होने के बाद से अवसाद में जी रहा है।

यह भी पढ़ें- जंतर-मंतर पहुंचे शिक्षामित्रों के सैलाब ने याद दिलाया मोदी और योगी को वादा, देखें वीडियो

गाजी इमाम आला ने शिक्षामित्रों की मांगों के बारे में कहा कि उतराखण्‍ड सरकार की तरह यूपी सरकार भी शिक्षामित्रों को अपनी योग्‍यता पूरी करने का समय दे। साथ ही सभी शिक्षामित्रों को दोबारा बहाल करते हुए समान कार्य समान वेतन का लाभ दिया जाए। तीसरी मांग के तहत योगी सरकार हाईकोर्ट इलाहाबाद के एक फैसले के अनुसार शिक्षामित्रों को 12 माह नौकरी और 62 साल की सेवा के स्‍थायित्‍व प्रदान करें।

यह भी पढ़ें- इटावा पहुंचे योगी ने कहा शिक्षक भर्ती मे होगा शिक्षामित्रों का समायोजन, विपक्ष पर भी बोला हमला

प्रदेश संयोजक ने आगे कहा कि मध्‍य प्रदेश की सरकार ने जिस तरह से बीती 29 मई को दो लाख 35 हजार संविदा शिक्षकों का समायोजन और अन्‍य लाभ देने का फैसला लिया है, उसी प्रकार का योगी सरकार भी शिक्षामित्र की स्थिति को देखते हुए फैसले ले जिससे कि शिक्षामित्र और उनका परिवार आम लोगों की तरह जीवन यापन कर सके।

यह भी पढ़ें- जानें 68500 शिक्षकों की भर्ती व शिक्षामित्रों पर अनुपमा जायसवाल ने विधानसभा में दिया क्‍या जवाब

वहीं उत्‍तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश उपाध्‍यक्ष सुनील भदौरिया ने कहा कि योगी सरकार अपनी नैतिक जिम्‍मेदारी निभाते हुए शिक्षामित्रों की स्थिति पर ध्‍यान दें। शिक्षामित्र पिछले 18 साल से पूरी लगन के साथ अपना धर्म निभा रहें हैं, लेकिन समायोजन रद्द होने के बाद से लगातार उनका जीवन नारकीय होता जा रहा है।

यह भी पढ़ें- शिक्षामित्रों की CM से गुहार बेसिक शिक्षा को बुलंदियों पर पहुंचाने वाले निर्दोष मर रहें बेमौत, मृतकों की लिस्ट जारी कर उठाई ये मांगें

प्रदर्शन के दौरान मोर्चा के प्रदेश मंत्री राघवेंद्र चौहान,  सहसंयोजक अनिल यादव, श्‍याम जी दूबे,  मोर्चा के इलाहाबाद जिलाध्‍यक्ष वसीम अहमद, श्रीराम द्विवेदी समेत हजारों शिक्षामित्र मौजूद रहें।