सांसद रहूं या न रहूं, संविधान के साथ नहीं होने दूंगी छेड़छाड़: सावित्री फुले

सावित्री बाई फुले
महारैली को संबोधित करती सावित्री बाई फुले। (फोटो-आरयू)

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। आरक्षण के मुद्दे को लेकर नाराज चल रही भाजपा की सांसद ने आज अपनी ही सरकार के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है। बहराइच की सांसद सावित्री बाई फुले ने सूबे की राजधानी में स्थित काशीराम स्मृति उपवन में भारतीय संविधान व आरक्षण बचाओ महारैली का आयोजन कर शक्ति प्रदर्शन भी किया है।

सावित्री बाई फुले ने बिना किसी का नाम लिए ही मोदी सरकार की नीतियों को दलित विरोधी बताते हुए उसपर जमकर हमला बोला। उन्‍होंने कहा कि संविधान और आरक्षण खतरे में है। मैं सांसद रहूं या ना रहूं, लेकिन संविधान के साथ छेड़छाड़ नहीं होने दूंगी।

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सावित्री बाई फुले

भाजपा की बागी सांसद ने कहा कि हम आरक्षण की मांग कर रहे हैं। यह कोई भीख नहीं है। वहीं उन्‍होंने प्राइवेट सेक्‍टर में भी आरक्षण देने की बात उठायी।

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मोदी सरकार और भाजपा को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा, कत्ल होने से आखिर कहां तक डरूं,  कातिलों के मोहल्ले में घर ले लिया। वहीं भाजपा छोड़े जाने के सवाल पर उन्‍होंने कहा कि मैं भारत की सांसद हूं और जब तक मेरा कार्यकाल है तब तक मैं सांसद रहूंगी।

तो बहेंगी खून की नदियां

उन्होंने कहा कि आरक्षण कोई भीख नहीं बल्कि प्रतिनिधित्व का मामला है। यदि शासक वर्ग ने भारत के संविधान को बदलने और हमारे आरक्षण को खत्म करने का दुस्साहस किया तो भारत की धरती पर खून की नदियां बहेंगी। यह हमारे बाबा साहेब का दिया अधिकार है किसी और के बाप, दादा या भगवान का नहीं।

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महारैली के दौरान भाजपा की सांसद ने गौतम बुद्ध, डॉ भीमराव आंबेडकर के अलावा बसपा के संस्थापक कांशीराम के चित्र पर भी पुष्प अर्पित किए।