आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय में भाजपा सरकार के खिलाफ एनएसयूआइ ने सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान एनएसयूआइ ने जमकर ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ के नारे लगाए। साथ ही एनएसयूआइ सदस्यों ने वोट चोरी के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाने के बाद विश्वविद्यालय कैंपस में विरोध मार्च निकाला। इस दौरान एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं और लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन में जमकर नोकझोंक हुई। विश्वविद्यालय प्रशासन ने मार्च रोकने की कोशिश की।
प्रदर्शन कर रहे हैं एनएसयूआइ उपाध्यक्ष आर्यन मिश्रा ने कहा कि चुनाव आयोग को कैप्चर कर लिया गया है। वोट चोरी करके भारतीय जनता पार्टी सरकार बना रही है। राहुल गांधी ने बताया कि किस तरह वोट चोरी हो रही है, उसके प्रमाण दिए। ये स्पष्ट है कि वोट चोरी करके भारतीय जनता पार्टी जीती है, सत्ता में आई है। इसी संदेश को हम प्रत्येक छात्रों तक पहुंचा रहे हैं। एनएसयूआइ का अभियान आज लखनऊ विश्वविद्यालय समेत पूरे देश के सभी विश्वविद्यालयों और उच्च शैक्षणिक संस्थानों में चल रहा है।
वहीं प्रदर्शन में शामिल एक कार्यकर्ता ने कहा कि इस देश के अमीर गरीब सब में एक चीज सामान्य है, वह वोट की ताकत। ये सरकार उस ताकत को भी छीनना चाह रही है। ये भी ताकत हमसे ले लिया गया तो इस देश में समानता खत्म हो जाएगा। जबकि प्रदर्शन में शामिल शुभम ने कहा कि भाजपा का नाम बदल गया है वह ब्राजील जनता पार्टी हो गया है। राहुल गांधी ने फर्जी वोटिंग का खुलासा किया, मगर उसके बाद भी इलेक्शन कमीशन किसी तरीके से जवाब नहीं दे रहा है। गरीबी, बेरोजगारी, भुखमरी जैसे मुद्दों से भटकाकर आपस में लड़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
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इस अवसर छात्र राणा सुधांशु ने कहा कि हम लोकतंत्र की लड़ाई लड़ रहे हैं। मगर विश्वविद्यालय प्रशासन हमें सहयोग नहीं कर रहा है अभियान को खत्म करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। इलेक्शन कमीशन और भाजपा मिलकर सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर रहे हैं। सरकारी तंत्रों का दुरुपयोग करके सत्ता में आने वालों को हम लोग बाहर फेंकेंगे। प्रत्येक घर तक जाकर हम बताएंगे कि कैसे उनके अधिकारों की हत्या हो रही है। अंतिम सांस तक हम ये लड़ाई लड़ेंगे।




















