आरयू वेब टीम। भ्रष्टाचार व लापरवाही के चलते गुजरात के मोरबी में हुआ ब्रिज हादसे का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है। बड़ी संख्य में बच्चों व महिलाओं समेत हंसते-खेलते 135 बेगुनाहों की जान लेने वाले इस हादसे पर जनहित याचिका दायर की गयी है। जिसे आज स्वीकार करते हुए देश की सबसे बड़ी अदालत ने सुनवाई के लिए अगामी 14 नवंबर की तारीख तय की है।
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सामने आ रही जानकारी के अनुसार इस मामले में एक वकील ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका (पीआइएल) दायर की है। जिसमें अधिवक्ता ने मामले की गहनता से जांच के अलावा राज्य सरकारों को पर्यावरणीय व्यवहार्यता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुराने और जोखिम भरे स्मारकों और पुलों के सर्वेक्षण और जोखिम मूल्यांकन के लिए समिति बनाने के निर्देश देने की भी मांग की है। याचिका में राज्यों में स्थायी आपदा जांच दल को इस तरह की त्रासदियों में तुरंत शामिल होने के निर्देश देने की भी मांग की गई है।
मृतकों की संख्या हुई 135, फिर से सर्च ऑपरेशन शुरू
बताते चलें कि इस हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या 132 से बढ़कर आज 135 तक पहुंची है। कई लोगों के लापता होने व उनके परिजनों के परेशान होने पर आज एक बार फिर सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया है।
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एनडीआरएफ गुजरात के कमांडेंट वीवीएन प्रसन्ना कुमार ने मंगलवार को मीडिया को बताया है कि हमने आज खोज और बचाव अभियान फिर से शुरू किया। कुछ शव के नदी के तल पर होने की आशंका है। हमने अपने गोताखोरों की मदद से ऑपरेशन फिर से शुरू किया है।