आरयू वेब टीम। देश में आज थल सेना दिवस मनाया जा रहा है। इस बार पहली दफा दिल्ली के बाहर बेंगलुरु में परेड कार्यक्रम आयोजित किया गया है। बेंगलुरु के गोविंदस्वामी परेड ग्राउंड में कार्यक्रम में शामिल हुए जनरल मनोज पांडे ने कार्यक्रम को संबोधित कर कहा कि पहली बार आर्मी डे परेड और इससे जुड़े अन्य कार्यक्रम राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बाहर आयोजित किए जा रहे हैं। इसने सेना को लोगों से जुड़ने का एक सुनहरा अवसर दिया है। मुझे विश्वास है कि इससे हमारे संबंध और भी मजबूत होंगे।
साथ ही कहा कि अग्निपथ योजना आने से एक एतिहासिक और प्रगतिशील कदम उठाया है। हमने भर्ती प्रक्रिया को स्वचालित किया है। हमें देश के युवाओं से अच्छा प्रतिसाद मिला है। पुरुष अग्निवीर के पहले बैच की ट्रैनिंग शुरू हो चुकी है। अग्निवीरों को आगे चयन करने के लिए मजबूत प्रक्रिया विकसित की है।
सेना प्रमुख ने कहा कि पिछले साल सेना ने सुरक्षा संबंधी चुनौतियों का दृढ़ता से सामना किया और सीमाओं की सक्रिय और मजबूती से सुरक्षा सुनिश्चित की। सेना ने क्षमता विकास, बल पुनर्गठन और प्रशिक्षण में सुधार के लिए कदम उठाए। इसने भविष्य के युद्धों के लिए अपनी तैयारियों को और मजबूत किया। हमारी सेना हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। सरहद पर आतंकी साजिश अभी भी जारी है लेकिन हमारे जवान चप्पे चप्पे पर निगरानी कर रहे हैं।
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जनरल मनोज पांडे ने आगे कहा कि उत्तरी सीमावर्ती इलाकों में स्थिति सामान्य रही है। एलएसी पर मजबूत डिफेंस बरकरार रखते हुए हम किसी भी आकस्मिकता से निपटने के लिए तैयार हैं। जवानों को सभी प्रकार के हथियार, उपकरण और सुविधाएं पर्याप्त मात्रा में दी जा रही है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी सीमावर्ती इलाकों में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम बरकरार है और संघर्ष विराम के उल्लंघन में भी कटौती हुई है, हालांकि सरहद पार आतंकी इंफ्रास्ट्रक्चर अभी भी बरकरार है। जम्मू और पंजाब के अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ड्रोन से हथियार, ड्रग की तस्करी जारी है।