आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लंबे समय से विधानसभा में बसपा और कांग्रेस को बड़ा कार्यालय आवंटित था, लेकिन दोनों पार्टी के सदस्यों की संख्या कम होती चली गई। अब विधानसभा में कांग्रेस के दो व बसपा का एक सदस्य हैं। जिसको आधार बनाते हुए यूपी विधानसभा में बसपा व कांग्रेस से कार्यालय ही छीन लिया गया है और कार्यालय की जगह छोटी केबिन देने का निर्णय लिया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक बसपा और कांग्रेस कार्यालय को मिलाकर सपा कार्यालय को बड़ा किया गया है। दोनों दलों को लोकदल, सुभासपा कार्यालय के पास केबिन आवंटित किया गया है। कार्यालय छीनने पर कांग्रेस और बसपा के नेताओं ने नाराजगी जताई है।
विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे ने कहा कि दोनों दलों के लिए नए ऑफिस बनाए जाएंगे। इस पर बसपा विधानमंडल दल के नेता उमाशंकर सिंह ने कहा कि इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात कर पार्टी के लिए कार्यालय आवंटित करने की मांग की जाएगी।
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फिलहाल पार्टी को एक छोटा केबिन दिया गया है। अध्यक्ष द्वारा कार्यालय देने का आश्वासन पूर्व में दिया गया था। यूपी विधानसभा में कांग्रेस के दो सदस्य है, जबकि बसपा का एक सिर्फ एक ही सदस्य है। प्रदेश की 402 सदस्यीय विधानसभा में आराधना मिश्रा मोना व वीरेंद्र चौधरी कांग्रेस के सदस्य हैं, जबकि उमा शंकर सिंह बसपा के सदस्य हैं।