आरयू वेब टीम। सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को नीट मामले की सुनवाई हुई। एनटीए ने 1563 छात्रों के ग्रेस मार्क्स रद्द करने के साथ दोबारा परीक्षा कराने की बात कोर्ट के सामने कही। परीक्षा 23 जून को आयोजित होगी। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि नीट परीक्षा में केवल ग्रेस मार्क्स की समस्या नहीं थी। धांधली हुई है, पेपर लीक हुए हैं, भ्रष्टाचार हुआ है। नीट परीक्षा में बैठे 24 लाख छात्र-छात्राओं का भविष्य मोदी सरकार के कारनामों से दांव पर लग गया है।
उनहोंने कहा कि परीक्षा केंद्र और कोचिंग सेंटर का एक नेक्सस बन चुका है, जिसमें ‘पैसे दो-पेपर लो’ का खेल खेला जा रहा है। मोदी सरकार नीट के कंधों पर अपनी कारगुजारियों का दारोमदार रखकर, अपनी जवाबदेही से पीछा नहीं छुड़ा सकती। खड़गे ने कहा कि पूरे नीट घोटाले में सीबीआइ जांच होनी चाहिए। यदि मोदी सरकार सीबीआइ जांच के लिए तैयार नहीं है तो कांग्रेस पार्टी सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक निष्पक्ष जांच की मांग करती है।
जांच के बाद दोषियों को कड़ी-से कड़ी सजा दी जाए और लाखों छात्र-छात्राओं को मुआवजा देकर उनका साल बर्बाद होने से बचाया जाए। पिछले दस सालों में मोदी सरकार ने पेपर लीक और धांधली से करोड़ों युवाओं का भविष्य बर्बाद किया है।
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बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान आज याचिकाकर्ता से कहा कि आपकी बात एनटीए ने मान ली है। वो ग्रेस मार्क को हटा रहे है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट में ग्रेस मार्क्स वाले उम्मीदवारों को दोबारा परीक्षा देने का विकल्प दिया है। इस फैसले के बाद अब 1563 छात्रों को दोबारा परीक्षा देनी होगी। उनका स्कोर कार्ड रद्द कर दिया गया है। उनको फिर से 23 जून को परीक्षा देनी होगी और रिजल्ट 30 जून को आएगा, हालांकि इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने नीट काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया।