आरयू वेब टीम। शुक्रवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू हंगामे के साथ शुरू हुई। लोकसभा में विपक्ष ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में हुई धांधली पर चर्चा की मांग की। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बाद में चर्चा करने को कहा, हालांकि विपक्ष इस मांग पर अड़ा रहा कि सदन में पहले नीट पर चर्चा होनी चाहिए। मामला शांत न होता देख सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। फिर बाद में लोकसभा की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। अगली बैठक अब एक जुलाई को दिन में 11 बजे होगी।
दोपहर 12 बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर विपक्षी सदस्यों ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) से जुड़े मामलों पर चर्चा की अपनी मांग जारी रखी और नारेबाजी की। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही को जारी रहने देने का आग्रह करते हुए कहा कि सदन की शुरुआत में ही नियोजित तरीके से सदन को नहीं चलने देना सही नहीं है, यह लोकतंत्र के लिए उचित नहीं है और सदन चलाने की जिम्मेदारी सबकी है।
वहीं राहुल ने कहा कि हम विपक्ष और सरकार की ओर से भारत के छात्रों को एक संयुक्त संदेश देना चाहते थे कि हम इसे एक महत्वपूर्ण मुद्दा मानते हैं। इसलिए, हमने सोचा कि छात्रों के सम्मान के लिए हम आज नीट पर चर्चा करेंगे। राहुल ने कहा कि यहां दो शक्तियां है एक जो चर्चा चाहती एक जो नहीं। मैं प्रधानमंत्री से अनुरोध करता हूं कि ये युवाओं का विषय है और इस पर सही तरीके से चर्चा होनी चाहिए और ये सम्मानजनक चर्चा होनी चाहिए। संसद से ये संदेश जाना चाहिए कि भारत सरकार और विपक्ष मिलकर छात्रों की बात कर रहा है।
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साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा में कहा कि देश में लाखों छात्र परेशान है। पिछले सात साल में 70 बार पेपर लीक हो चुका है। वहीं सभापति ने खरगे को नियम 267 के तहत नीट पेपर लीक मामले पर चर्चा करने की अनुमति नहीं दी। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने नीट-यूजी और यूजीसी नेट सहित परीक्षाओं के पेपर लीक मामलों और एनटीए की विफलता पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया था।