बीजेपी सरकार की संवेदनहीनता के चलते बच्चों तक को गंवानी पड़ रही जान, अखिलेश ने उठाएं यूपी की स्वास्थ्य व्‍यवस्‍था पर सवाल

अखिलेश यादव

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर रविवार को एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार को निशाने पर लिया है। अखिलेश ने कहा है कि प्रदेश में कहीं भीषण गर्मी और कहीं जलभराव से लोग डायरिया और दूसरी संक्रामक बीमारियों की चपेट में है। स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था के चलते दवा-इलाज के अभाव में सैकड़ों लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ हो रहा। मासूम बच्चों तक को भाजपा सरकार की संवेदनहीनता के कारण अपनी जान गंवानी पड़ रही है। भाजपा के सियासी घमासान पर तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी सब कुछ ठीक है के दावे करने से नहीं चूकते है, जबकि स्वास्थ्य मंत्री जी इन दिनों छींका टूटने के इंतजार में है।

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आज अपने एक बयान में सपा मुखिया ने कहा कि हमीरपुर के रजत कुमार को बीमार बेटे के इलाज के लिए जिला अस्पताल, कानपुर के हैलेट अस्पताल, लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी एवं अस्पताल में भी वेंटिलेटर नहीं मिला। समय पर इलाज न मिलने से मासूम बेटे की सांसे थम गई। दस घंटे में तीन बार उसको अलग-अलग अस्पतालों से रेफर किया गया। वहीं राजधानी लखनऊ के अस्पतालों में इन दिनों डायरिया और बुखार के मरीजों की भीड़ है। ऐसी घटनाएं अब और जिलों में भी हो रही हैं। तमाम मरीज तड़पते रहते हैं।

सरकारी अस्‍पतालों में जूनियर के हवाले मरीज

योगी सरकार पर हमला जारी रखते हुए अखिलेश ने कहा कि स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल ये है कि बड़े अस्पतालों के डाक्टर इलाज अपने जूनियरों के हवाले कर निश्चिंत हो जाते है। जिलों के अस्पतालों में तो बहुत कम डॉक्टर मिलते हैं। स्टाफ ही सबका इलाज कर देता है। ज्यादातर मरीजों का इलाज स्ट्रेचर पर ही हो रहा है। वहीं प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों से पहले ही मोटी रकम ले ली जाती है। वहां इलाज कम शोषण ज्यादा होता है। भाजपा सरकार में शायद बदले की भावना से समाजवादी सरकार के अच्छे कामों को बर्बाद करना ही अपना लक्ष्य मान रखा है।

एक दर्जन एम्बूलेंस खड़े-खड़े रही सड़

अपनी सरकार का जिक्र कर अखिलेश ने कहा कि मरीज को समय से इलाज मिले, अस्पताल तक आने जाने में कोई तकलीफ न हो, इसके लिए समाजवादी सरकार ने समाजवादी एम्बुलेंस सेवा 102 और 108 शुरू की थी। प्रसूताओं और नवजातों को अस्पताल और घर ले आने-जाने की सुविधा के लिए 102 एम्बूलेंस सेवा शुरू की गई थी। सड़क दुर्घटनाओं में गंभीर लोगों को तत्काल इलाज मिले इसके लिए 108 एम्बूलेंस सेवा शुरू की गई थी पर भाजपा सरकार में इन सभी स्वास्थ्य सेवाओं को चौपट कर दिया गया है। बलरामपुर के सीएमओ दफ्तर में ही एक दर्जन एम्बूलेंस खड़े-खड़े सड़ रही है। राजधानी लखनऊ में तत्काल एम्बुलेंस सेवा नाम की ही रह गई है।

भाजपा हमेशा करती रहती षड़यंत्र

योगी सरकार पर हमला जारी रखते हुए सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा सरकार में जनहित की सभी योजनाओं को बर्बाद कर दिया गया है। स्थिति यह है कि सही समय पर मरीजों को न तो दवा मिल रही है और न ही एम्बुलेंस सेवा। भाजपा की डबल इंजन सरकार में विकास के नाम पर सिर्फ झूठे आंकड़े और वादे ही हो रहे हैं। भाजपा जनहित के कार्यों के बजाय जनविरोधी कार्यों में ज्यादा लिप्त रहती है। सत्ता में बने रहने के लिए ही भाजपा हमेशा षड़यंत्र और साजिश करती रहती है। समाज में नफरत फैलाकर समाज को बांटने पर ही ज्यादा जोर दिया जा रहा है। जनता की परेशानियों से भाजपा सरकार का कोई वास्ता नहीं है।

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