आरयू वेब टीम। मुंबई पुलिस ने एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में दो शूटरों को गिरफ्तार किया है। तीसरे की तलाश में जुट गई है। वहीं मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए दोनों शूटरों की पहचान हो गई है, जिनमें करनैल सिंह, जो हरियाणा का रहने वाला है, और धर्मराज कश्यप, जो उत्तर प्रदेश से है, के रूप में हुई है, जबकि तीसरे शूटर शिवकुमार की तलाश की जा रही है। साथ ही पुलिस की जांच और पूछताछ में कई ऐसे राज खुले जिसमें इस हत्या के पीछे लॉरेंस बिश्नोई का हाथ होने की बात पता चली है।
जानकारी के मुताबिक बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शामिल होने की बात कंफर्म हो गई है। लॉरेंस गैंग ने भी रविवार को खुद इसकी जिम्मेदारी भी ले ली है। क्राइम ब्रांच को आरोपितों ने पूछताछ में बताया है कि वो लोग पंजाब की एक जेल में कैद थे, जब बिश्नोई गैंग के एक सदस्य से उनकी मुलाकात हुई थी। इन चारों आरोपितों में से तीन आरोपित एक साथ पंजाब के एक जेल में कैद थे। वहां जेल में पहले से बंद बिश्नोई गैंग के सदस्य से शूटर्स की पहचान हुई। इसके चलते तीनों आरोपी बिश्नोई गैंग में शामिल हो गए। इसके बाद बाबा सिद्दीकी को मारने के लिए आरोपियों को ढाई लाख रुपये की सुपारी मिली।
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बताया जा रहा है कि बाबा सिद्दीकी पर हमला करने से पहले तीनों आरोपित घटनास्थल पर पहुंचे और कुछ देर तक उनका इंतजार किया। पुलिस को इस बात का संदेह है कि शूटरों को किसी और व्यक्ति से अंदरूनी जानकारी मिल रही थी, जो उन्हें मार्गदर्शन दे रहा था। फिलहाल, पुलिस इस मामले की जांच कर रही, ताकि हमले से जुड़े सभी पहलुओं को उजागर किया जा सके।
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गौरतलब है कि मुंबई के बांद्रा में शनिवार रात बाबा सिद्दीकी को गोली मारी गई थी। इसके बाद उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया था, जहां उनकी मौत हो गई थी। लीलावती अस्पताल के डॉ. नीरज उत्तमानी ने बताया, “उन्हें 12 अक्टूबर को रात 9:30 बजे एनएचआरसी आपातकालीन चिकित्सा सेवा में लाया गया। जहां 12 अक्टूबर को रात 11:27 बजे इलाज के दौरान उन्हें मृत घोषित कर दिया।”