आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग ने एक प्रस्ताव तैयार करके योगी सरकार के पास भेज रही है। यदि यह प्रस्ताव स्वीकार हो जाता है तो भविष्य में पुरुष टेलरों और बाल काटने वाले पुरूषों के सामने काफी परेशानी खड़ी हो सकती है। महिला आयोग ने कहा है कि पुरूष टेलरों को महिलाओं के कपड़े नहीं सिलने चाहिए और न ही उनके बाल काटने व जिम में ट्रेनिंग देनें चाहिए।
इस प्रस्ताव को राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान ने रखा जिसका बैठक में मौजूद अन्य सदस्यों ने समर्थन किया। इस बाबत यूपी महिला आयोग की सदस्य हिमानी अग्रवाल ने शुक्रवार को बताया कि हाल ही में हुई महिला आयोग की बैठक में एक प्रस्ताव रखा गया था कि केवल महिला टेलर ही महिलाओं द्वारा पहने जाने वाले कपड़ों का नाप लें। साथ ही शॉप पर सीसीटीवी लगाए जाएं।
यूपी महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान का कहना कि चाहे महिला सुरक्षा की दृष्टि से हो या फिर महिलाओं के रोजगार की दृष्टि से। जो महिलाएं जिम जाती हैं। मेरी बस इतनी सी विनती है कि आप (जिम मालिक) ट्रेनर तो रखें, लेकिन एक महिला ट्रेनर भी होनी चाहिए। पहले जब ब्यूटी पार्लर होते थे, तो आमतौर पर 90 प्रतिशत काम लड़कियां ही करती थीं, लेकिन अब नया जमाना आ गया है और वहां लड़कियां कम और लडक़े ज्यादा दिखते हैं। आजकल ब्राइडल का नया मेकअप लड़के कर रहे हैं। मैं बस इतना कहना चाहती हूं कि आपको पार्लर में भी लडक़े रखने चाहिए, जो चाहे लडक़ों से करवा सकती है, लेकिन उन्हें लिखकर देना होगा कि मैं अपनी मर्जी से ये कर रही हूं।
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दूसरी बात, ये कर्मचारी जहां भी हों, उनका पुलिस वेरिफिकेशन होना चाहिए। 90 प्रतिशत दर्जी पुरुष होते हैं और वहीं नाप लेते हैं। मेरी बस इतनी सी विनती है कि आप जेंट्स टेलर रखें लेकिन नाप के लिए महिला रखें। क्योंकि, आपको पता है कि जब कपड़े सिले जाते हैं तो कपड़ों की सिलाई कैसे होती है। माप लिया जाता है।
बता दें कि 28 अक्टूबर को हुई महिला आयोग की एक बैठक के बाद कई ऐसे सुझाव दिए गए, जिनमें पुरुषों को महिलाओं का नाप लेने की अनुमति नहीं देना और शॉप पर सीसीटीवी कैमरे लगाना आदि शामिल हैं. फिलहाल, अभी यह सिर्फ एक प्रस्ताव है और महिला आयोग बाद में राज्य सरकार से इस संबंध में कानून बनाने का अनुरोध करेगा। महिला आयोग के नियमों का पालन करवाना जिला प्रशासन के जिम्मे होगा।