संभल जामा मस्जिद विवाद पर बोलीं मायावती, “की जा रही माहौल बिगाड़ने की कोशिश, संज्ञान ले सुप्रीम कोर्ट व सरकार”

संभल जामा मस्जिद

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी के संभल की शाही जामा मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद के बीच शुक्रवार को बसपा प्रमुख मायावती ने मस्जिद के सर्वेक्षण को लेकर चिंता व्यक्त की है। मायावती ने कहा कि संभल जिले की जामा मस्जिद विवाद के जरिये देश-प्रदेश में माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। साथ ही बसपा मुखिया ने प्रदेश सरकार और सुप्रीम कोर्ट से मामले पर संज्ञान लेने की अपील की है।

मायावती ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्‍ट कर आज कहा कि यूपी के संभल जिले की शाही जामा मस्जिद को लेकर अचानक विवाद, सुनवाई और फिर उसके फौरन ही बाद आपाधापी में सर्वे की खबरें राष्ट्रीय चर्चा व मीडिया की सुर्खियों में है। किन्तु इस प्रकार से सदभाव व माहौल को बिगाड़ने का संज्ञान सरकार तथा माननीय सुप्रीम कोर्ट को भी जरूर लेना चाहिए।

विवाद की जड़ तब गहरी हो गई जब संभल की दीवानी अदालत ने मस्जिद का सर्वे कराने के लिए ‘एडवोकेट कमीशन’ नियुक्त किया। अदालत ने आदेश दिया कि कमीशन वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी के माध्यम से सर्वे कराकर अपनी रिपोर्ट पेश करे।

याचिकाकर्ता और वकील विष्णु शंकर जैन ने इस स्थान को हरिहर मंदिर बताया और दावा किया कि यह उनकी आस्था का केंद्र है। उन्होंने कहा कि उनकी मान्यता के अनुसार, यहां कल्कि अवतार होना है। जैन का यह भी आरोप है कि 1529 में बाबर ने इस मंदिर को तोड़कर मस्जिद में बदलने की कोशिश की थी।

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गौरतलब है कि मंगलवार को चंदौसी स्थित जिला न्यायालय में सिविल जज सीनियर डिवीजन आदित्य कुमार सिंह की कोर्ट में जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर होने का वाद दाखिल किया गया था। न्यायालय ने उन्हें कोर्ट कमिश्नर की जिम्मेदारी दी है। मंगलवार को ही मस्जिद में पहुंचकर करीब दो घंटे तक वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई है। इसकी फाइल तैयार की जा रही है। बारीकी से समीक्षा की जाएगी। उसके बाद सर्वे फिर करने जाएंगे। बताया कि न्यायालय ने 29 नवंबर को रिपोर्ट तलब की है।

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