आरयू ब्यूरो, लखनऊ। अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव का रास्ता साफ हो गया है। जिस याचिका के कारण मिल्कीपुर में उपचुनाव नहीं हो सका वह याचिका वापस हो गई है। लखनऊ हाई कोर्ट में याचिका दायर करने वाले भाजपा नेता बाबा गोरखनाथ ने इसे वापस लेने के लिए अपील की थी। इसे सोमवार को अदालत ने मंजूरी दे दी। साथ ही याचिका भी वापस हो गई है।
हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में सुनवाई कर रहे जस्टिस पंकज भाटिया की एकल पीठ ने याचिका वापस लेने की अनुमति दे दी है। मिल्कीपुर में उपचुनाव का रास्ता साफ होते ही समाजवादी पार्टी के सासंद अवेधश प्रसाद ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि सीएम योगी बाबा चार-चार बार मिल्कीपुर में गए हैं, चुनाव साधने वहां गए हैं, लेकिन इसका असर नहीं है। दो दर्जन से ज्यादा मंत्री लगे हुए हैं, लेकिन इसका असर नहीं है।
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आगे कहा कि मतदाताओं ने तय कर लिया है अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को जिताना है। हमारा बेटा और अखिलेश यादव का उम्मीदवार वहां से जीतेगा, इतिहास बनेगा। इस चुनाव को भाजपा ने इंडिया स्तर का बना दिया है, चुनाव तो एक विधानसभा स्तर का, लेकिन मुख्यमंत्री चार-चार बार जाएं, ये कोई मामूली बात नहीं है। मिल्कीपुर सीट देश स्तर की हो गई है, हमारा बेटा सबके आशीर्वाद से जीतेगा। ये चुनाव का नतीजा चर्चा और इतिहास का विषय बनेगा।
वकील न खड़ा करने की बात कहने वालों का हो गया पर्दाफाश: बाबा गोरखनाथ
वहीं कोर्ट के आदेश के बाद गोरखनाथ ने कहा कि आज मेरी और एक अन्य निर्दलीय की चुनाव याचिका वापस हो गई है। हम चाहते हैं कि चुनाव आयोग जल्द आज के फैसले का संज्ञान लेगा और चुनाव की घोषणा होगी। इस दौरान सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि याचिका वापसी के विरोध पर वकील न खड़ा करने की बात कहने वालों का पर्दाफाश भी हो गया है।
दरअसल जिस दिन उपचुनाव घोषित हुए थे उसके अगले दिन ही भाजपा प्रत्याशी रहे बाबा गोरखनाथ ने याचिका वापस लेने के लिए हाई कोर्ट में अर्जी लगाई थी। माना जा रहा है कि कोर्ट से याचिका वापस होने के कारण चुनाव आयोग कभी भी इस सीट पर चुनाव का ऐलान कर सकता है।