आरयू ब्यूरो-लखनऊ/अयोध्या। श्रीहरि की कृपा से ये सृष्टि संचालित है। अयोध्या धाम त्रेतायुग की अवधारणा को जिंदा कर रहा। विश्व मानवता को बचाना है तो सनातन धर्म को सुरक्षित रखना होगा। विरासत को भूलकर हम भौतिक विकास को नहीं बनाए रख सकते। विरासत और भौतिक विकास का समन्वय होना चाहिए। भारत की परंपरा इष्ट देवों, धर्म स्थलों, मान बिंदुओं से है। इन मूल्यों को याद कर आगे बढ़ेंगे तो भारत बना रहेगा।
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उक्त बातें यूपी के अयोध्या में शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अशर्फी भवन के पास मंडप में आयोजित पंच नारायण महायज्ञ में आहुति अर्पित कर इस मौके कही। साथ ही कहा कि “मैं पूछना चाहता हूं कि देश में सनातन धर्म के गौरव स्थलों को नष्ट करने वाले लोग कौन थे और उन्होंने ऐसा क्यों किया? आखिर इसके पीछे उनकी क्या मंशा थी? इन बर्बर कृत्यों के जरिए पूरी धरती को नर्क बनाने की साजिश का हिस्सा था।”
संभल में कल्कि अवतार की हरिहर भूमि
मंदिरों को तोड़े जाने का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा, “कभी काशी में काशी विश्वनाथ मंदिर, कभी अयोध्या में रामजन्मभूमि, मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि तो कभी संभल में कल्कि अवतार की हरिहर भूमि, कभी भोज में, हर समय हिंदुओं के मंदिरों को तोड़ा गया। इस मंदिरों को तोड़ने से उनका वंश और खून ही नष्ट हुआ होगा।”
कोलकाता के पास रिक्शा चलाते हैं
योग ने कहा, “जब मैं लोगों से पूछता हूं कि मंदिर तोड़ने वाले लोगों के परिवार की आज की स्थिति क्या है, तो लोग बताते हैं कि औरंगजेब के परिवार के लोग उनके वर्तमान खानदान के लोग आज कोलकाता के पास रिक्शा चलाते हैं। अगर उसने मंदिर तोड़े नहीं होते और मंदिरों को नुकसान नहीं पहुंचाया होता, तो आज उनके लोगों को यह दुर्गति नहीं देखनी पड़ती। उसके औलादों को ये दिन नहीं देखना पड़ता।”
दुनिया के अंदर सनातन धर्म ही…
सनातन को लेकर सीएम योगी ने कहा कि हमारे ऋषि- मनीषियों ने हजारों साल पहले वसुधैव कुटुम्बकम की जो बात कही थी वो आज भी प्रासंगिक है। दुनिया के अंदर सनातन धर्म ही ऐसा धर्म है जिसने हर मत और मजहब को विपत्ति के समय शरण दिया, लेकिन क्या हिंदुओ के साथ कभी ऐसा हुआ? क्या हुआ बांग्लादेश में, उससे पहले देखें तो पाकिस्तान और अफगानिस्तान में क्या किया गया?