आरयू वेब टीम। आम आदमी पार्टी को बीच चुनाव बड़ा झटका लगा है। एक के बाद एक कर आप के सात विधायकों ने बीच चुनाव ही अपनी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सबसे पहले महरौली के विधायक नरेश यादव ने इस्तीफा दिया। इसके कुछ घंटे बाद ही जनकपुरी से विधायक राजेश ऋषि ने पार्टी छोड़ी फिर त्रिलोकपुरी से विधायक रोहित कुमार मेहरौलिया, कस्तूरबा नगर के विधायक मदन लाल, पालम विधायक भावना गौड़, आदर्श नगर विधायक पवन कुमार शर्मा और फिर बिजवासन से भुपेंद्र सिंह जून ने भी अपना इस्तीफा दे दिया।
इन सभी ने अपने इस्तीफे में आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर बड़े आरोप लगाए हैं। इन सभी विधायकों के टिकट केजरीवाल ने काट दिए थे। रोहित कुमार मेहरोलिया ने एक्स पर इस्तीफा पोस्ट करते हुए कहा, “जिन्हें बाबा साहब की केवल फोटो चाहिए, उनके विचार नहीं! ऐसे मौका-परस्त और बनावटी लोगों से आज से मेरा नाता खत्म। आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से इस्तीफा देता हूं।”
महरौली के विधायक नरेश यादव ने आम आदमी पार्टी को भ्रष्टाचार में लिप्त बताते हुए इस्तीफा दिया है। इस्तीफे में कहा, आम आदमी पार्टी का उदय भ्रष्टाचार के खिलाफ हुए अन्ना आंदोलन के कारण हुआ था, लेकिन आज मैं बहुत दुखी हूं कि आम आदमी पार्टी ही भ्रष्टाचार के दलदल में लिप्त हो चुकी है।
पालम विधायक भावना गौड़ ने अपने इस्तीफे में साफ लिखा है कि उनका अब अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी में भरोसा नहीं रहा है, इसलिए वो इस्तीफा दे रही हैं।
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आदर्श नगर के विधायक पवन शर्मा ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफे का एलान कर दिया है। पवन शर्मा ने इस्तीफे में कहा है आम आदमी पार्टी ईमानदारी वाली विचारधारा से भटक गई है। पार्टी की दुर्दशा देखकर वो दुखी हैं। कुछ इसी तरह के आरोप अन्य विधायकों ने भी लगाए हैं।