आरयू वेब टीम। गुजरात में रविवार को भीषण हादसा हो गया। 48 तीर्थयात्रियों को लेकर द्वारका जा रही नीजी बस खाई में गिरी। जिसमें सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 17 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। स्थानीय लोगों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने रेस्क्यूकर एंबुलेंस से घायलों को अस्पताल में भर्ती करवायाय। साथ ही शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
मिली जानकारी के मुताबिक यह बस महाराष्ट्र के त्र्यंबकेश्वर से गुजरात के द्वारका की ओर जा रही थी। इसमें सवार सभी श्रद्धालु मध्य प्रदेश के गुना, शिवपुरी और अशोकनगर जिलों के रहने वाले थे। वे 23 दिसंबर को धार्मिक यात्रा पर निकले थे और उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात के तीर्थ स्थलों के दर्शन कर रहे थे। तभी आज तड़के 4:15 बजे मालेगाम फॉरेस्ट गेस्टहाउस के सामने घाट पर बस अनियंत्रित होकर 200 फुट गहरी खाई में गिर गई। हादसे से इलाके में चीख-पुकार मच गई। हादसा इतना भीषण था कि बस के कई हिस्से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी, जिसके बाद बचाव अभियान शुरू हुआ। हादसे में सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई है, जबकि घायलों में 17 लोग घायल हैं।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक एसजी पाटिल ने मीडिया को बताया कि यह हादसा तड़के करीब 4:15 बजे सापुतारा हिल स्टेशन के पास हुआ, जब बस चालक ने नियंत्रण खो दिया। बस क्रैश बैरियर तोड़ते हुए करीब 35 फीट नीचे खाई में जा गिरी। हादसे में दो महिलाओं और तीन पुरुषों समेत सात लोगों की जान चली गई, जबकि गंभीर रूप से घायल 17 यात्रियों को आहवा के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। कुछ अन्य यात्रियों को मामूली चोटें आई हैं। मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।
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बताया जा रहा है कि ये बस श्रद्धालुओं के चार बसों के काफिले में शामिल थी, जो विभिन्न तीर्थ स्थलों के दर्शन कर रहे थे। अन्य तीन बसें सुरक्षित अपनी यात्रा पर आगे बढ़ गईं, लेकिन दुर्भाग्यवश यह बस हादसे का शिकार हो गई। प्रशासन हादसे के कारणों की जांच कर रहा है। प्रारंभिक जांच में बताया जा रहा है कि तीव्र मोड़ और चालक की लापरवाही हादसे की वजह हो सकती है।