“बढ़ा लो राम मंदिर की सुरक्षा, उड़ा देंगे बम से”, दर्जनभर जिलों को धमकी मिलते ही मचा हड़कंप

बम ब्लास्ट की धमकी
धमकी के बाद जांच करती पुलिस।

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अयोध्या के राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और करीब दर्जनभर जिलों के डीएम के आधिकारिक ई-मेल पर बम से उड़ाने की धमकी भरे मेल से पूरे प्रशासन में हड़कंप मच गया है। धमकी भरे संदेशों की गंभीरता को देखते हुए पुलिस, साइबर सेल, और खुफिया एजेंसियां तत्काल जांच में जुट गई हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार ये मेल तमिलनाडु से भेजे गए हैं। भेजे गए इन मेल्स में साफ शब्दों में कहा गया है कि ‘बढ़ा लो सुरक्षा, वरना बम से उड़ा देंगे।’

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मिली जानकारी के मुताबिक राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के आधिकारिक ई-मेल पर एक धमकी भरा मेल प्राप्त हुआ। मेल में लिखा था ‘बढ़ा लो मंदिर की सुरक्षा।’ इस संदेश में राम मंदिर को बम से उड़ाने की खुली धमकी दी गई थी। इस घटना ने अयोध्या में सुरक्षा-व्यवस्था को और कड़ा कर दिया है।

ट्रस्ट ने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद अयोध्या साइबर थाने में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। एक पुलिस अधिकारी ने कहा ‘हम इसे हल्के में नहीं ले रहे। साइबर सेल और अन्य टीमें इसकी तह तक जाने में जुटी हैं।’ राम मंदिर परिसर में ड्रोन निगरानी और अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती शुरू कर दी गई है।

यूपी के जिलों में भी दहशत

राम मंदिर के अलावा, बाराबंकी, चंदौली, फिरोजाबाद, अलीगढ़ सहित करीब एक दर्जन जिलों के डीएम को को भी इसी तरह के धमकी भरे मेल मिले हैं। इन मेल्स में कलेक्ट्रेट और अन्य सरकारी कार्यालयों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है।

अलीगढ़ में कलेक्ट्रेट को निशाना बनाने की धमकी के बाद परिसर को खाली कराया गया और सभी गेट बंद कर दिए गए। डॉग स्क्वॉड, बम निरोधक दस्ते और अन्य जांच टीमें तैनात की गईं। इस संबंध में बाराबंकी के एक अधिकारी ने बताया ‘ऐसे मेल्स से अफरा-तफरी मचाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन हम पूरी तरह सतर्क हैं।’ इन मेल्स के तमिलनाडु से भेजे जाने की पुष्टि ने जांच को नया मोड़ दे दिया है।

साइबर जांच के कड़े इंतजाम 

धमकी भरे मेल्स के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। अयोध्या में राम मंदिर के आस-पास सीसीटीवी और ड्रोन निगरानी बढ़ा दी गई है। अन्य जिलों में कलेक्ट्रेट, कोर्ट, और महत्वपूर्ण सरकारी इमारतों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। साइबर सेल ने मेल्स के आईपी एड्रेस और सर्वर की जांच शुरू कर दी है। एक साइबर विशेषज्ञ ने कहा ‘ऐसे मेल्स विदेशी सर्वर या वीपीएन के जरिए भेजे जा सकते हैं, लेकिन हम हर डिजिटल निशान को खंगाल रहे हैं।’ साथ ही खुफिया एजेंसियां इसे सुनियोजित साजिश के तौर पर देख रही हैं और संभावित खतरे को टालने के लिए चौकसी बढ़ा दी है।

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