आरयू वेब टीम। बिहार में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसको लेकर तमाम राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कस ली है। इस बीच राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भाजपा पर धांधली का आरोप लगाते हुए बिहार में भी ऐसी ही साजिश की आशंका जताई है। उन्होंने पांच चरणों में चुनाव में हेराफेरी करने का दावा किया है। चुनाव आयोग में हेराफेरी, फर्जी मतदाता, वोटिंग प्रतिशत बढ़ाना, फर्जी वोटिंग और सबूत छिपाना शामिल है। राहुल ने इसे लोकतंत्र के लिए जहर बताया और सभी से सबूतों की जांच करने की अपील की है।
कांग्रेस नेता ने नवंबर 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों की आलोचना की है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जीत हासिल करने के लिए “मैच फिक्सिंग” अभियान चलाने का आरोप लगाया है। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से मिलकर बने महायुति गठबंधन ने 288 विधानसभा सीटों में से 235 सीटें हासिल कीं। इनमें से अकेले भाजपा ने 132 सीटें जीतीं, जो राज्य के इतिहास में उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
राहुल गांधी ने दावा किया कि भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने राज्य में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को विफल करने के लिए पांच लेवल मॉडल का इस्तेमाल किया था। साथ ही राहुल ने उन पांच चरणों के बारे में भी विस्तार से बताया है।
चुनाव आयोग की नियुक्ति के लिए पैनल में हेराफेरी करें।
फर्जी मतदाताओं को मतदाता सूची में जोड़ें।
वोटिंग प्रतिशत बढ़ाएं,
फर्जी वोटिंग को ठीक उसी जगह करें जहां भाजपा को जिताना है।
सबूत छिपाए जाएं।
यह भी पढ़ें- राहुल का मोदी सरकार पर निशाना, इवेंट की चमक नहीं, आम लोगों से जुड़ने वाली राजनीति की जरूरत
राहुल ने कहा कि यह समझना मुश्किल नहीं है कि महाराष्ट्र में भाजपा इतनी हताश क्यों थी, लेकिन धांधली मैच फिक्सिंग की तरह है। जो पक्ष धोखा देता है वह खेल जीत सकता है, लेकिन संस्थानों को नुकसान पहुंचाता है और परिणाम में जनता का विश्वास खत्म करता है। उन्होंने कहा कि सभी चिंतित भारतीयों को सबूत देखना चाहिए। खुद ही फैसला करें, जवाब मांगें, क्योंकि महाराष्ट्र की मैच फिक्सिंग अगली बार बिहार में होगी, और फिर यहां भी भाजपा चुनाव हार रही है। मैच फिक्सिंग चुनाव किसी भी लोकतंत्र के लिए जहर है।