आरयू वेब टीम। झारखंड के बोकारो जिले में बुधवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें सुरक्षाबलों ने दो नक्सलियों को ढेर कर दिया। इस दौरान गोलीबारी में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान की भी जान चली गई। दरअसल गोमिया प्रखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्सलियों की मौजूदगी की गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने ये सर्च ऑपरेशन शुरू किया जो मुठभेड़ में बदल गई।
पुलिस ने स्थानीय मीडिया को बताया कि गोमिया थाना क्षेत्र के बिरहोर डेरा जंगल में भोर में करीब साढ़े पांच बजे पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की संयुक्त टीम ने लुगु पहाड़ और झुमरा पहाड़ के बीच सर्च ऑपरेशन चलाया था। इस दौरान नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसका पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने जवाब दिया। जिसमें ‘‘सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ के दौरान दो नक्सलियों को मार गिराया। वहीं सीपीआरएफ की कोबरा बटालियन के एक जवान की भी मुठभेड़ में जान चली गई।’’
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बता दें कि चार जुलाई को झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में सुरक्षा बलों और पुलिस को निशाना बनाने की नक्सलियों की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया गया था। जिले के टोकलो थाना और दलभंगा ओपी के सीमावर्ती जंगली- पहाड़ी क्षेत्र में चलाए गए सघन तलाशी अभियान के दौरान 30 शक्तिशाली आइईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बरामद किए गए थे। सभी आइईडी दो-दो किलोग्राम वजन के थे। इन्हें बम निरोधक दस्ते की मदद से सुरक्षित रूप से निष्क्रिय कर दिया गया।
इससे पहले एक जुलाई को इसी जिले के टोंटो थाना अंतर्गत हुसिपी और आसपास के जंगल में माओवादी नक्सलियों द्वारा छिपाकर रखे गए 18 हजार डेटोनेटर बरामद किए गए थे। डेटोनेटर का इस्तेमाल आइईडी बनाने में किया जाता है।