मायावती का ऐलान, बिहार में अकेले चुनाव लड़ेगी बसपा

मायावती
फाइल फोटो।

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों तैयारियों में जुटीं हुईं हैं। इस बीच बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने रविवार को ऐलान करते हुए कहा कि उनकी पार्टी बसपा यह चुनाव अकेले लड़ेगी। मायावती के अकेला चलने के इस फैसले से विपक्ष इंडिया गठबंधन को चुनाव में नुकसान होने के साथ ही सत्‍ताधारी भाजपा व जेडीयू को सीधा फायदा पहुंचने की उम्‍मीद जताई जा रही है।

बसपा प्रमुख ने आज कहा कि बिहार चुनाव को लेकर पिछले दो दिन तक चली समीक्षा बैठक में उम्मीदवारों के चयन सहित पार्टी के हर स्तर की तैयारियों को लेकर वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद आने वाले दिनों में पार्टी के विभिन्न कार्यक्रमों की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जाएगा।

इसकी जानकारी सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर देते हुए मायावती ने ये ऐलान किया। यूपी की पूर्व सीएम ने आज दावा किया है कि बैठक में बसपा पदाधिकारियों को कमियों को दूर करके पूरी मुस्तैदी व तन, मन, धन से आगे बढ़ने का निर्देश दिया गया है। साथ ही उन्हें अगले महीने के प्रारंभ से शुरू होने वाले पार्टी की यात्रा व जनसभा आदि कार्यक्रमों के सम्बंध में विशेष जिम्मेदारी भी सौंपी गयी है।

साथ ही कहा कि सभी कार्यक्रम उनके दिशा निर्देशन में होने के साथ ही इसकी जिम्मेदारी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक आकाश आनन्द व केंद्रीय कोआर्डिनेटर व राज्यसभा सांसद रामजी गौतम तथा बीएसपी बिहार स्टेट यूनिट को सौंपी गयी है। उन्होंने कहा कि बिहार एक बड़ा राज्य है और इसीलिए वहां की ताजा जरूरतों को देखते हुए राज्य की सभी विधानसभा सीटों को तीन जोन में बांटकर पार्टी के वरिष्ठ लोगों को अलग-अलग से उसकी जिम्मेदारी सौंपने का फैसला भी बैठक में लिया गया।

यह भी पढ़ें- मोदी को वोट चोर कहने पर मायावती नाराज, कहा राजनीति का गिरता स्तर अति दुखद व चिंतनीय

बसपा प्रमुख ने कहा कि बिहार में पार्टी की अपनी तैयारी के साथ-साथ वहां राज्य के तेजी से बदलते हुये राजनीतिक हालात एवं चुनावी समीकरण आदि को देखते हुए पार्टी द्वारा चुनाव में बेहतर रिजल्ट लाने का आश्वासन पार्टी के लोगों ने दिया है।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले उड़ीसा और तेलंगाना राज्य में भी पार्टी संगठन की तैयारियों व वहां भी यूपी के पैटर्न पर जिला से लेकर पोलिंग बूथ स्तर तक कमेटियों के गठन को लेकर चर्चा की गई। इसके साथ-साथ पार्टी के जनाधार को बढ़ाने के मिशनरी कार्यों के लिये दिये गये टारगेट की भी समीक्षा पार्टी प्रमुख द्वारा की गई है।

यह भी पढ़ें- ट्रंप के टैरिफ ऐलान व विपक्ष के विरोध के बीच मोदी सरकार के समर्थन में खुलकर उतरीं मायावती, कहा राष्ट्रहित से केंद्र नहीं करेगी कोई समझौता