योगी की तारीफ पर मायावती का सपा-कांग्रेस पर हमला, इन दलों में राजनीतिक ईमानदारी व साहस की भारी कमी

मायावती
बैठक में शामिल बसपा के पदाधिकारी।

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती एक्टिव हो गई हैं। मायावती ने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि इन दलों में राजनीतिक ईमानदारी और साहस की भारी कमी है। यही वजह है कि जब उन्होंने योगी सरकार की कुछ नीतियों की सराहना की, तो विपक्ष के ये दल बौखला गए।

गुरुवार को मायावती ने पूर्व की सपा सरकार पर हमलावर रुख अपनाते हुए कहा कि सपा और कांग्रेस अब राजनीतिक विद्वेष के चलते बसपा पर भाजपा से मिलीभगत के बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। आगे कहा कि इन दलों में स्वस्थ राजनीतिक सोच और सच्चाई से जनता के सामने आने का साहस नहीं है। इसलिए वे झूठे आरोप लगाकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।

इस दौरान बसपा मुखिया ने रैली में सरकारी मशीनरी के इस्तेमाल के आरोपों के लिए सपा और कांग्रेस को खिसयानी बिल्ली कहा। मायावती ने कहा कि लखनऊ के महाआयोजन में पार्टी के लोग प्राइवेट बसों और ट्रेनों ये खुद पैसा खर्च कर आए। कई अपने खुद के छोटे- मोटे साधनों से और पैदल भी चलकर आए तो फिर सरकारी बसें बीच में कहां से आ गईं, जिनका कुछ विरोधी लोग ‘खिसियानी बिल्ली खम्भा नोचे’ की तरह बर्ताव कर रहे। अनाप-शनाप और बेतुकी बातें कर रहे। इनमें रत्ती भर भी कोई सच्चाई और दम नहीं है।

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वहीं मायावती ने नौ अक्टूबर को लखनऊ में हुई ऐतिहासिक रैली की सफलता के लिए बसपा के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं को शुक्रिया कहा। साथ ही मायावती ने बसपा की सर्वजन हितैषी, आत्म-सम्मान और स्वाभिमान की राजनीति को और मजबूत करने के लिए लोगों से अपील की कि वे 15 जनवरी को उनके जन्मदिन पर आर्थिक सहयोग की परंपरा को जारी रखें।

मायावती ने पार्टी की प्रदेश इकाई की विशेष बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में सभी कैडरों को पूरे तन, मन, धन के साथ लग जाने के लिए कहा और पार्टी संगठन के गठन को लेकर शेष बचे कार्यों को अविलंब पूरा करने के निर्देश दिए।

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