आरयू वेब टीम। अमेरिकी कंपनी फाइजर ने भारत सरकार से अपने कोरोना वायरस की वैक्सीन के लिए मंजूरी मांगी है। फाइजर ने कथित तौर पर अपने टीके की फास्ट-ट्रैक मंजूरी भी मांगी है। फाइजर ने वैक्सीन के लिए मंजूरी मांगते हुए दवा किया है कि 12 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों पर उनकी वैक्सीन प्रभावी है। फाइजर ने ये भी कहा है कि भारत में फैले कोविड-19 के वैरिएंट B.1.617.2 पर भी उनका वैक्सीन असरदार है। फाइजर ने कहा है कि उनके वैक्सीन को 2-8 डिग्री तापमान पर एक महीने तक स्टोर किया जा सकता है।
फाइजर ने इस हफ्ते की शुरुआत में भारत सरकार से कहा था कि वह इस साल जुलाई से अक्टूबर के बीच भारत को अपने टीके की पांच करोड़ खुराक देने को तैयार है। लेकिन फाइजर ने इसके साथ ही नुकसान होने पर हर्जाना समेत कुछ अन्य छूट मांगी है। फाइजर की वैक्सीन को BNT612b2 का नाम दिया गया है।
यह भी पढ़ें- Pfizer ने भारत में कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल को मंजूरी देने का आवेदन लिया वापस
फाइजर ने ये भी कहा है कि हाल ही में जो डेटा मिले हैं, एसएआरएस-CoV-2 के वैरिएंट के खिलाफ भारतीयों में BNT612b2 के दो डोज की प्रभावशीलता की पुष्टी करते हैं। फाइजर ने कहा है कि पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड की तरफ से की गई स्टडी में 26 फीसदी भारतीय और ब्रिटिश इंडियन शामिल हुए थे। पूरी स्टडी से पता चला है कि भारत में फैले कोविड-19 के वैरिएंट B.1.617.2 पर हमारा वैक्सीन BNT612b2 काफी ज्यादा प्रभावी है।
एक सूत्र ने फाइजर के हवाले से सरकार को बताया, “भारत और दुनिया भर में मौजूदा स्थिति ‘हमेशा की तरह व्यवसाय’ नहीं है और हमें हमेशा की तरह प्रक्रियाओं के साथ इसका जवाब नहीं देना चाहिए।”चर्चा से जुड़े एक अन्य सूत्र ने कहा कि भारत सरकार और फाइजर के अध्यक्ष और सीईओ अल्बर्ट बौर्ला के बीच हालिया बैठकों के बाद, वे भारत में कंपनी के कोविड -19 वैक्सीन के अनुमोदन में तेजी लाने के लिए तीन प्रमुख मुद्दों पर संयुक्त रूप से काम करने पर सहमत हुए हैं।