आरयू ब्यूरो,लखनऊ। भारत शांतिप्रिय देश है। हम ब्रह्मोस आक्रमण करने के लिए नहीं बना रहे। हमारा उद्देश्य है कि दुनिया का कोई देश अगर हमपर आंख दिखाने की कोशिश करेगा तो हम जवाब देने में सक्षम होंगे। हमने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक नही दो बार स्ट्राइक करके ये संदेश दे दिया कि अगर जरूरत पड़ी तो हम इस पार ही नही उस पार भी मारकर आ सकते हैं।
उक्त बातें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को राजधानी लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट और रक्षा प्रौद्योगिकी एवं परीक्षण केंद्र (डीआरडीओ) की लैब का शिलान्यास कर कही। इस दौरान उन्होंने सीएम योगी की तारीफ करते हुए कहा कि मैं दूर तक देखता हूं कि उत्तर प्रदेश की आज अर्थव्यवस्था मजबूत आधार के रुप में खड़ी हो रही है। साथ ही रक्षा मंत्री ने वैज्ञानिकों को आभार जताया।
इस दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से कहा हम प्रोजेक्ट लगाना चाहते है। परंतु उसके लिए आठ से दस महीने में जमीन का चयन किया जाए। सीएम ने इस कार्य के लिए मात्र एक से डेढ़ महीने में जमीन का अधिग्रहण करके सौंप दी।
वहीं विपक्ष पर निशाना साधते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि क्या करें मैं दिल्ली से सौ पैसा भेजता हूं, लेकिन नीचे 15 पैसे पहुंचते हैं, लेकिन आज प्रधानमंत्री ने करके दिखा दिया कि दिल्ली के सौ पैसे सीधे कैसे पहुंचते है। उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य की पहली जरूरत होती है कि कानून-व्यवस्था चुस्त दुरुस्त हो। आज यह योगी जी ने कर के दिखाया है। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि पहले क्या होता था किसी से नहीं छिपा है।
आज सीना ठोक कर कह सकते हैं कि उत्तर प्रदेश के कानून- व्यवस्था की चर्चा पूरे देश में होती है। जब मैं दूसरे राज्यों में जाता हूं तो सुनता हूं कि उत्तर प्रदेश सरकार, हर काम में दमदार है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार माफियाओं पर दया नहीं दिखाती, बल्कि बुलडोजर चलाने का कमा कर रही है। आज इसी का परिणाम है कि भारत के ही नही दुनिया के इन्वेस्टर उत्तर प्रदेश में आ रहे है। अब दुनिया मानती है कि बिजनेस के लिए कोई भी राज्य अच्छा है तो वो उत्तर प्रदेश है।
यह भी पढ़ें- DRDO ने जमीन से आसमान में मारने वाले न्यू जेनेरेशन आकाश मिसाइल का किया परीक्षण
आगे कहा कि नए भारत की नींव श्रद्धेय अटल जी ने रखी थी आज उसका निर्माण प्रधानमंत्री मोदी कर रहे हैं, अटल जी ने दुनिया के विरोध के बावजूद पोखरण में परमाणु परीक्षण करके अपनी शक्ति का परिचय दिया था। भारत अब हथियार का आयातक देश नहीं, निर्यातक देश बनेगा, इस दिशा में तेज़ी से काम हो रहा है। कुछ दिन पहले रूस, फ्रांस को हमने उनके माध्यम से दुनिया को संदेश दे दिया कि आओ मेक फाॅर इंडिया बनाओ। ब्रह्मोस का नाम ब्रह्मपुत्र नदी से ब्रह्म बना रूस की नदी मॉस्कवा से मोस ले लिया बन गया ब्रह्मोस है।
यह भी पढ़ें- एरोस्पेस प्रबंध निदेशक ने की CM योगी से मुलाकात, लखनऊ में होगा ब्रह्मोस का उत्पादन
इसके पहले मुख्यमंत्री योगी ने रक्षामंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि डीआरडीओ की अत्याधुनिक लैब और नेक्स्ट जेनरेशन मिसाइल निर्माण केंद्र कार्यक्रम में पहुंचे रक्षामंत्री का स्वागत है। प्रदेश के अंदर पहले डिफेंस कॉरिडोर की घोषणा की गई। डिफेक्सपो करवाया गया। 2018 में दो कॉरिडोर घोषित हुए। 2019 के यूनियन बजट में एक डिफेंस एक्सपो तमिलनाडु और दूसरा यूपी में खोलने का खाका बना। यूपी में कॉरिडोर का काम तेज हुआ है। लखनऊ के यह कार्यक्रम महत्वपूर्ण है। झांसी रानी की जयंती पर पीएम मोदी ने भारत डायनामिक्स की यूनिट का शिलान्यास किया और आज रक्षामंत्री आए हैं।
योगी ने देखे हथियार
आयोजन स्थल पर डीआरडीओ की ओर से लगाई गई प्रदर्शनी आकर्षण का केन्द्र बनी। पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और सीएम योगी ने प्रदर्शनी में रखे गए हथियारों को देखा। कार्यक्रम खत्म होते ही यहां आए लोग इन आयुधों के साथ फोटो खिंचवाने में जुट गए।