आरयू ब्यूरो, लखनऊ। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज की तबलीगी जमात से कोरोना वायरस फैलने का मामला सामने आने के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को प्रशासनिक अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि लॉकडाउन में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दिल्ली की तबलीगी जमात में शामिल होकर प्रदेश आए लोगों की तेजी से तलाश कर उन्हें क्वारंटाइन किया जाए। जिससे संक्रमण का खतरा न फैले।
जरूरत पड़ने पर रिटायर्ड आर्मी मेडिकल अफसरों के…
सीएम योगी ने पांच कालीदास स्थित अपने सरकारी आवास पर शासन व पुलिस के आलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर रिटायर्ड आर्मी मेडिकल अफसरों के साथ ही पूर्व स्वास्थ्य अफसरों व कर्मचारियों की सेवा ली जाए, जिससे किसी भी मुश्किल हालात का सामना किया जा सके साथ ही देश के अन्य राज्यों में मौजूद उत्तर प्रदेश के नागरिकों की पूरी मदद और उनके रहने व भोजन का प्रबंध किया जाए।
प्रदेश में नहीं रहना चाहिए कोई भी भूखा
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहरी राज्यों में मौजूद उत्तर प्रदेश के नागरिकों की पूरी मदद की जाए और उनके भोजन आदि का प्रबंध अवश्य किया जाए। उन्होंने कहा कि संस्थानों के मालिक अपने कर्मचारियों और श्रमिकों के भोजन का हर हाल में प्रबंध करें, और यदि वे नहीं कर पा रहे तो प्रशासन को सूचित करके सभी श्रमिकों और कर्मचारियों के भोजन का इंतजाम सुनिश्चित कराएं। योगी ने कहा कि प्रदेश में कोई भी भूखा नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि राशन वितरण प्रणाली और बैंकों से लेन-देन के दौरान भीड़ इकट्ठा न होने दी जाए और पुलिस एवं होम गार्ड के जवानों की मदद से सारे हेल्थ प्रोटोकॉल पूरे कराएं जाएं।
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इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के पास उन लोगों का पूरा आंकड़ा मौजूद हैं जिन्हें उत्तर प्रदेश की सीमाओं से प्रदेश के अंदर अलग-अलग हिस्सों में भेजा गया है। इन सभी लोगों को हर हाल में चिन्हित कर लिया जाए इनको हर हाल में क्वारंटाइन में रखा जाए। हर जिले में बड़ी संख्या में आश्रय स्थल बनाया जाएं और जो लोग भी लॉकडाउन का पालन करते हुए न दिखें या आश्रयहीन हों, उन्हें इन आश्रय स्थलों में रखा जाए। जिन आश्रयस्थलों में 100 से ज्यादा लोग हों वहां पर कम्युनिटी किचन शुरू किया जाए और जहां सौ से कम लोग हों वहां उनके लिए भोजन पैकेट का इंतजाम किया जाए।
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इतना ही नहीं योगी ने कहा कि हर आश्रयस्थल मेे सारे हेल्थ प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन होना चाहिए। तमाम सामाजिक संस्थाएं और लोग इस आपदा के समय लोगों की भोजन आदि से मदद करना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों से समन्वय स्थापित करके कुछ आश्रय स्थलों पर इनके माध्यम से भी भोजन पहुंचवाया जाए। साथ ही आटा मिलें, दाल मिलें, तेल मिलें सभी हेल्थ प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चलवाई जाएं।