आरयू वेब टीम। संदेसरा घोटाला मामले में मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम कांग्रेस नेता अहमद पटेल से पूछताछ करने के लिए फिर नई दिल्ली स्थित उनके घर पहुंची। ईडी ने अहमद पटेल से चेतन संदेसरा के बारे में पूछताछ की, जो उनके बेटे फैसले पटेल और दामाद इरफान सिद्दीकी का करीबी बताया जाता है।
पूछताछ के पहले दिन अहमद पटेल, ईडी के सामने पेश हुए थे। हालांकि, यह पेशी उनके घर पर ही हुई थी। ईडी के अधिकारी अहमद पटेल के जवाब से संतुष्ट नहीं दिखे थे। अब ईडी के अधिकारी संदेसरा केस के गवाहों और कुछ संदिग्धों के बयान के आधार पर अहमद पटेल से पूछताछ करेंगे।
ईडी ने दावा किया है कि संदेसरा भाइयों ने भारतीय बैंकों को नीरव मोदी से कहीं ज्यादा चूना लगाया है। एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि जांच में स्टर्लिंग बायोटेक लिमिटेड (एसबीएल)/संदेसरा समूह और इसके मुख्य प्रमोटरों, नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा और दीप्ति संदेसरा ने भारतीय बैंकों में लगभग 14,500 करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा किया। वहीं नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक को 11,400 करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप है।
यह भी पढ़ें- ED मुख्यालय के पांच अधिकारी-कर्मचारी पाए गए कोरोना पॉजिटिव, दफ्तर सील
जांच अधिकारी का कहना है कि एसबीएल समूह ने भारतीय बैंकों से रुपये के साथ-साथ विदेशी मुद्रा में भी कर्ज लिया था। समूह को आंध्रा बैंक, यूको बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई), इलाहाबाद बैंक और बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) की अगुवाई वाले बैंकों के कंसोर्टियम ने कर्ज दिया था।
जांच के दौरान पता चला कि कर्ज में मिली राशि का इजाजत से इतर प्रयोग किया गया और कुछ राशि को फर्जी देसी-विदेशी संस्थानों के जरिए इधर से उधर हस्तांतरित किया गया। समूह के प्रमुख प्रमोटरों ने कर्ज की रकम को न केवल नाइजीरिया में अपने तेल के कारोबार में लगाया बल्कि इसका निजी उद्देश्य में भी इस्तेमाल किया गया। 27 जून को ईडी ने एसबीएल/संदेसरा समूह की 9,778 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी।
यह भी पढ़ें- भगोड़े नीरव मोदी को ब्रिटेन की अदालत ने नौ जुलाई तक हिरासत में भेजा
बताते चलें कि इससे पहले बीते शनिवार को भी ईडी की टीम ने अहमद पटेल के घर पहुंचकर उनसे पूछताछ की थी। वहीं राज्यसभा सांसद अहमद पटेल का कहना था कि सरकार चीन की कार्रवाई से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसी हरकतें करवा रही है।