आरयू वेब टीम।
तीसरे चरण के मतदान के दिन आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फतेहपुर में विरोधियों को निशाना बनाया। चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा उत्तर प्रदेश में विकास के वनवास को 14 साल हो गए अब इसे खत्म होना चाहिए। मुख्यमंत्री कह रहे है कि उसका काम बोलता है, लेकिन यहां काम नहीं कारनामे बोल रहे हैं।
मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए पीएम ने कहा कि अब अखिलेश की आवाज में दम नहीं रहा। आज अखिलेश जी मतदान करने गए थे, उसके बाद जब टीवी पर देखा तो चेहरा लटक गया था और आवाज में दम नहीं था। डरे हुए लग रहे थे, ऐसा लग रहा था कि वह बाजी हार चुके हैं।
गायत्री प्रसाद प्रजापति पर दर्ज मुकदमें का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि थानों में एफआईआर के लिए सुप्रीम कोर्ट को दखल देना पड़ता है। थाने तो सपा कार्यालय में तब्दील हो गए हैं।
बोले कि गरीबी क्या होती है यह मुझे पता है, मेरी मां लकड़ी के चूल्हे पर खाना बनाती थी। सरकारी खजाने से धन लुटाकर, टीवी, अखबारों में छाए रहने से, प्रचार में पैसा खर्च करके सपा सरकार ने सोचा था कि लोगों की आंखों में ऐसी धूल झोंकेंगे कि लोग दूसरा कुछ देख ही नहीं पाएंगे, लेकिन यह जनता है सब कुछ जानती है।
जनता बड़ी आसानी से दूध का दूध पानी का पानी कर लेती है। आपके इरादे नेक हैं कि नहीं, नीयत साफ है कि नहीं, नीतियां ठीक हैं कि नहीं, प्राथमिकताएं उचित हैं कि अनुचित, ये जनता भली-भांति समझ लेती है।
राहुल गांधी की ओर इशारा करते हुए कहा कि कुछ लोगों को लगा कि सब जगह तो पिट गए, यूपी में शायद अपने पुरखों के नाम पर बच जाएं। पीएम ने कहा कि ईद पर बिजली आती है तो दीवाली पर भी आए विकास के मामले में भेदभाव बिल्कुल नहीं होना चाहिए।