आरयू ब्यूरो, लखनऊ/प्रयागराज। गुजरात की अहमदाबाद जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद के चकिया वाले घर में सीबीआइ ने बुधवार सुबह छापा मारा है। यह कार्रवाई सीबीआइ लखनऊ की टीम ने की है। छापे की कार्रवाई के दौरान पुलिस, पीएसी और आरएएफ की कई टीमें अतीक के घर के बाहर तैनात रही। देवरिया जेल में मोहित अग्रवाल को पीटने के मामले की सीबीआइ जांच का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिया था। मामले में अतीक और उनका बेटा उमर नामजद हैं।
सीबीआइ की टीम आज सुबह करीब 7:30 बजे पुलिस और आरएएफ के साथ प्रयागराज स्थित अतीक के आवास ससुराल व कार्यालय पर पहुंची। इस दौरान परिसर को सील कर दिया गया है, बाहर से किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही। जांच अधिकारी पड़ताल कर घंटों सबूत जुटानें में लगे रहें।
मालूम हो कि लखनऊ के रीयल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल का 26 दिसंबर, 2018 को अपहरण कर देवरिया जेल ले जाया गया और वहां उनकी पिटाई की गई थी। यह मामला मीडिया में आने के बाद छह सदस्यों की जांच टीम गठित की थी। जांच में सामने आया कि मोहित जायसवाल को अगवा कर लखनऊ से देवरिया जेल लाया गया था। जेल के अंदर अतीक अहमद और उसके गुर्गों ने उसकी पिटाई की थी। इतना ही नहीं मुलाकाती रजिस्टर में मोहित का नाम अतीक से मिलने वालों की सूची में भी दर्ज है।
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वहीं इस मामले सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर जांच कर रही सीबीआइ का शिकंजा अब अतीक के करीबियों पर कसने की तैयारी है। सीबीआइ ने उस दौरान शहर के होटलों में ठहरने वाले लोगों का विवरण खंगाला। उनके काल डिटेल निकालने की भी तैयारी है।
साथ ही देवरिया जेल के बंदी रक्षकों, बंदियों व पूर्व जेल अधीक्षक समेत विभिन्न लोगों का बयान दर्ज हो चुके हैं। साथ ही अतीक से मिलने आने वालों की जेल पर्ची व मुलाकात पर्ची की जांच की है। सीबीआइ को अतीक के करीबियों के जेल में रुकने व सुविधाओं को मुहैया कराने की सूचना मिली है। सूत्र बताते हैं कि जेल से सीबीआइ ने फैक्स मशीन व अन्य सामान भी कब्जे में ले लिया है।
अतीक के देवरिया जिला जेल में पहुंचने से पहले ही उसके गुर्गे जिले में पहुंच गए थे। होटलों अथवा शहर में किराये के मकान में ठहरे थे। स्टेशन रोड स्थित एक होटल में स्वाट टीम ने 2018 में दबिश दी थी, उस समय कुछ लोग पुलिस के हाथ भी लगे थे।