आयू वेब टीम।
चार साल बाद आज भारत की क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया को आठ विकेट से हराकर टेस्ट सीरीज जीत ली। चौथे और आखिरी टेस्ट मैच में उसने यह कारनामा किया है। कल खेल के तीसरे दिन टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में महज 137 रन पर समेट दिया था। भारतीय टीम ने खेल के चौथे दिन जीत के लिए 106 रन के लक्ष्य को मात्र दो विकेट खोकर हासिल कर लिया।
दूसरी पारी में भारत की ओर से लोकेश राहुल ने नाबाद 51 और कप्तान अजिंक्य रहाणे ने नाबाद 38 रनों की पारी खेली। भारत की ओर से जो दो विकेट गिरे उसमें मुरली विजय (आठ रन) और चेतेश्वर पुजारा (शून्य) शामिल हैं।
मैच में रविंद्र जडेजा (63 रन और 18 ओवर में 24 रन देकर तीन विकेट) स्टार रहे, लेकिन रविचंद्रन अश्विन (13.5 ओवर में 29 रन देकर तीन) और उमेश यादव (10 ओवर में 29 रन देकर तीन विकेट) ने भी अपनी भूमिका बेहतर ढंग से अदा की जिससे ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी महज 53.5 ओवर में ही सिमट गयी।
मैच का रुख भारत के पक्ष में करने में दो वजह ने अहम भूमिका निभायी। जिसमें जडेजा के अर्धशतक से भारतीय टीम पहली पारी में 332 रन बनाने में सफल रही और ऑस्ट्रेलिया के मुख्य बल्लेबाज स्टीव स्मिथ का भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर खराब शाट चयन रहा।
ग्लेन मैक्सवेल(45) और पीटर हैंड्सकोंब(18) ने चौथे विकेट के लिये 56 रन की भागीदारी निभाकर सकारात्मक जज्बा दिखाया, लेकिन उछाल भरी पिच पर दोनों के लिये क्रीज पर डटे रहना आसान नहीं था। मैथ्यू वेड (90 गेंद में 25 रन) ने अच्छा रक्षात्मक रवैया अपनाया लेकिन इतना ही काफी नहीं था क्योंकि दूसरे छोर पर विकेट गिरते रहे।
दूसरी ओर भुवनेश्वर कुमार भाग्यशाली रहे जब स्मिथ ने उनकी शार्ट गेंद को पुल करने का प्रयास किया और यह उनके बल्ले से लगकर आफ स्टंप उखाड गया। अजिंक्य रहाणे ने अपनी पहली ही सीरीज में कप्तानी कर जीत दिलाकर नई उम्मीद जगा दी है।