भूकंप के झटकों से फिर थर्राया नेपाल, रिक्टर स्केल में 6.0 तीव्रता

नेपाल में भूकंप
फाइल फोटो।

आरयू इंटरनेशनल डेस्‍क। नेपाल में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। रविवार को आए भूकंप के बाद लोग डर से अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। लोगों में भय का माहौल देखने को मिला। भूकंप के झटकों की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.0 मापी गई। इसी के साथ भारत में भी कुछ जगहों पर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।

मिली जानकारी के मुताबिक नेपाल के समय अनुसार आज सुबह 8:13 बजे भूकंप आया। नेपाल के नेशनल अर्थक्वेक मॉनिटरिंग एंड रिसर्च सेंटर (एनईएमआरसी) के मुताबिक, खोटांग जिले के मारतिम बिरता नामक जगह पर भूकंप आया। भूकंप काठमांडू से 147 किलोमीटर दूर आया। भूकंप का एपिसेंटर पूर्वी नेपाल के दस किलोमीटर के दायरे में मापा गया। नेपाल में आए इस भूकंप से फिलहाल किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। इसी के साथ उत्तर बिहार के कई जिलों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेपाल से सटे मधुबनी, समस्तीपुर, अररिया, कटिहार, सीतामढ़ी में सुबह 7.58 बजे धरती हिली।

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हाल में आए कुछ भूकंपों से नेपाल में जान और माल का भारी नुकसान देखा गया। 25 अप्रैल 2015 को नेपाल की राजधानी काठमांडू और पोखारा शहर के बीच 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था। इसने तबाही मचा दी थी। इस भूकंप की वजह से 8,964 लोग मारे गए थे और करीब 22 हजार लोग घायल हो गए थे। नेपाल में आए इस विनाशकारी भूकंप को गोरखा भूकंप के नाम से भी जाना जाता है। इसने उत्तर भारत के कई शहरों समेत पाकिस्तान और बाग्लादेश के कुछ इलाकों को हिला दिया था। भूकंप की वजह से काठमांडू का अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बंद करना पड़ा था। भूकंप की वजह से माउंट एवरेस्ट पर बर्फीला तूफान आ गया था, जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई थी।

12 मई 2015 में भी एक भूंकप ने थर्राया। इसका एपीसेंटर चीनी सीमा के पास काठमांडू और माउंट एवरेस्ट के बीच था। इस भूकंप की वजह से दो सौ से ज्यादा लोगों ने जान गंवा दी थी और ढाई हजार से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। 1934 में नेपाल में अब तक का सबसे भयंकर भूकंप आया था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 8.0 मापी गई थी। इसने राजधानी काठमांडू समेत नेपाल के भक्तपुर और पाटन को तबाह कर दिया था।

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