आरयू वेब टीम।
कर्नाटक चुनाव प्रचार के दौरन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रैलियों को संबोधित किया। उन्होंने गुलबर्गा के बाद बेल्लारी में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस के आखिरी किले के ध्वस्त होने की बात करते हुए कहा की कर्नाटक में सीधा-रुपया सरकार है। इस रुपया सरकार ने कर्नाटक को कर्ज के बोझ में डुबा दिया है।
पीएम ने कांग्रेस पर मुस्लिम और दलित के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने इस देश को एक मुस्लिम राष्ट्रपति दिया था, वाजपेयी सरकार ने एपीजे अब्दुल कलाम को राष्ट्रपति बनाया था और इस बार भी हमने एक दलित को राष्ट्रपति बनाया।
नए नोट छापे में छापे थंपी के चित्र
वहीं विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा कि बेल्लारी को बदनाम करने की पूरी कोशिश की है। देश और दुनिया में बेल्लारी को गलत तरीके से प्रचारित किया जा रहा है, जैसे कि यहां पर कोई चोर और लूटेरे रहते हैं, लेकिन हमारी सरकार ने जो नए नोट छापे हैं। उसमें हमने थंपी के चित्र को छापा है, जिससे विजयनगर साम्राज्य की गौरवता को दिखाया है।
मोदी ने हमला जारी रखते हुए कहा कि कांग्रेस दलित-आदिवासी, ओबीसी की भी घोर विरोधी पार्टी है। 23 साल से ओबीसी संस्था के लोग उनकी संस्था को संवैधानिक दर्जा देने की मांग कर रहे थे, लेकिन कांग्रेस ने ऐसा नहीं किया, लेकिन हमारी सरकार ने उनकी इस मांग को पूरा कर दिया। हम कानून लाए लेकिन कांग्रेस ने उसे संसद में अटकाए रखा, ये कांग्रेस की ओबीसी विरोधी सोच को दर्शाता है।
यह भी पढ़ें- कर्नाटक के किसानों से बोले मोदी, जो 70 साल में नहीं मिला वो 2022 तक मिलेगा
रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने रुपया सरकार का मतलब बताते हुए कहा कि कर्नाटक की जनता रुपया सरकार से पाई-पाई का हिसाब मांगती है। इस रुपया सरकार के एक मंत्री पर खनन घोटाले का आरोप लगा, उन्हें जेल जाना पड़ा। फिर भी कांग्रेस ने उन्हें टिकट दिया। कांग्रेस की सरकार में छोटे से छोटा काम रुपया देकर ही होता है, इसलिए इस सरकार का नाम रुपया सरकार पड़ा।
वहीं सोनिया गांधी को निशाने पर लेते हुए मोदी ने कहा कि बेल्लारी से जब मैडम सोनिया जी चुनाव लड़ी थीं, तो उन्होंने 3000 करोड़ रुपए के पैकेज की बात की थी, लेकिन बाद में सारी बातें हवा-हवाएं हो गईं। जब हमारी सरकार थी तो हमने बेल्लारी के लिए 2000 करोड़ रुपए का पैकेज लागू किया था। अब तक कर्नाटक की सरकार सोई हुई थी, लेकिन चुनाव आते ही अचानक नई-नई घोषणाएं कर दी।
इतना ही नहीं प्रधानमंत्री ने रैली में कहा कि अगर बीजेपी की सरकार आएगी तो राज्य में पानी की समस्या को खत्म किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब यहां कांग्रेस सरकार बनी तो उसके दो साल बाद महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकार बनी, वहां पर हमने पानी की समस्या को खत्म किया। कर्नाटक सरकार को महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार से कुछ सीखना चाहिए था।
यह भी पढ़ें- कर्नाटक पहुंचे पीएम का राहुल पर पलटवार, बिना कागज पढ़ें 15 मिनट बोले तो बड़ी बात