आरयू ब्यूरो, लखनऊ। एसआइआर के दौरान अलग-अलग राज्यों से लगातार बीएलओ की मौत, आत्महत्या व नौकरी छोड़ने का मामला सामने आ रहा है। जिसपर भाजपा सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। इस बीच सपा मुखिया अखिलेश यादव बीएलओ के नाम पत्र लिखकर आरोप लगाया कि सरकार एसआइआर का इम्प्रैक्टिकल टारगेट देकर बीएलओ भाई-बहन से अमानवीय व्यवहार कर रही है।
अखिलेश यादव ने सोमवार को एक बीएलओ के नाम एक लेटर पोस्टकर कहा कि प्रिय बीएलओ भाई और बहन एसआइआर का जो इम्प्रैक्टिकल टारगेट देकर आज आपके साथ जो अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है और आपके ऊपर मानसिक दबाव बनाया जा रहा है, वो बेहद निंदनीय और घोर आपत्तिजनक है। भाजपा राज ने तरह-तरह की प्रताड़ना और अशांति के सिवा किसी को कुछ नहीं दिया है।
लोग हताश होकर नौकरी छोड़ दें
साथ ही आरोप लगाया कि भाजपा ने नई नौकरियां तो दी नहीं, जो चली आ रही हैं उन्हें भी इतना कठिन बना दिया है कि लोग हताश होकर नौकरी छोड़ दें। जो पूरे नहीं हो सकते ऐसे असंभव लक्ष्य देकर, बीएलओ से अपना घर-परिवार भूलकर मशीन का तरह काम करने की उम्मीद करना अमानवीय है। भाजपा ये सब काम अपने चुनावी महाघोटाले के लिए कर रही है, लेकिन सवाल ये है कि जो बीएलओ हताश होकर नौकरी छोड़ रहे हैं या जो अपनी जान तक दांव पर लगा दे रहे हैं, वो इस सियासी घपलेबाजी का खामियाजा क्यों भुगतें।
एकजुट होकर उठाएं आवाज
साथ ही कहा कि बीएलओ को किसी भी गलती के लिए जिम्मेदार ठहराना किसी भी परिस्थिति में न्यायसंगत नहीं है। देशभर के कर्मचारियों को एकजुट होकर अपनी आवाज उठानी चाहिए। हम हर बीएलओ के साथ हैं। हमारी हर बीएलओ से अपील है कि इन हालातों में ऐसा कोई भी कदम नहीं उठाएं जिससे आपका परिवार प्रभावित हो।
चल रहा बेहद दुखदायी काल
आगे कहा कि माना भाजपा राज का ये बेहद दुखदायी काल चल रहा है परंतु धैर्य रखें और ये विश्वास भी कि हर क्रूर शासन के जुल्म का एक ना एक दिन अंत होता ही है, इसीलिए दुनिया में सच्चाई और अच्छाई आज तक बची है। लोगों को डराते-डराते भाजपा ख़ुद डर गयी है। भाजपाई राज की ज्यादतियों से जनाक्रोश अपने पूरे उबाल पर है। भाजपा अपने अंतकाल की ओर है।
भाजपा जाए तो शांति आए!
बिएलओ को संबोधित अपने लेटर में अखिलेश ने कहा कि इन हालातों में अगर ईमानदारी से चुनाव हो जाएं तो भाजपाइयों के घरवाले तक भाजपा को वोट न दें। भाजपा जाए तो शांति आए! भाजपाई चुनावी भ्रष्टाचार ने बीएलओ को शारीरिक और मानसिक रूप से तोड़ दिया है। हर बीएलओ के दुख-दर्द का साथी आपका अखिलेश।
इस दौरान सपा सुप्रीमो ने एक वीडियो भी पोस्ट किया, जिसमे बताया जा रहा है कि नोएडा के सरकारी स्कूल की एक टीचर ने काम के प्रेशर से परेशान हो के इस्तीफा देने की बात कह रही है।




















