बोले संजय सिंह, सामाजिक समरसता व कानून-व्यवस्था संभालनें में नाकाम योगी सरकार जुमलेबाजी में व्यस्त

संजय सिंह
प्रेसवार्ता में बोलते संजय सिंह।

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। आम आदमी पार्टी ने आज एक बार फिर कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को घेरा है। सीएम योगी पर सामाजिक समरसता और कानून-व्यवस्था को संभालनें में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि सरकार स्थिति को संभालने के बजाय जुमलेबाजी में मशगूल है।

आप के प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने सोमवार को लखनऊ में प्रेसवार्ता कर कहा कि पासी समाज के एक बुजुर्ग को मंदिर में पेशाब चटवाने की घटना, उन्नाव में 14 साल के किशोर ऋतिक यादव को पीट-पीट कर मार डालना, एक कुर्मी जाति के ग्राम प्रधान के घर पर हमला और जातिसूचक गालियां देना जैसी अप्रिय स्थितियों में बदलाव लाने के बजाय सरकार नाम बदलने, बुलडोजर चलाने और जुमलेबाजी में व्यस्त है। जबकि रोजगार और किसान की फसल का दाम जैसे आम आदमी से जुड़े सवालों के जवाब भी योगी सरकार नहीं दे रही है।

क्या मां-बाप बेटे को बनाना चाहेंगे छिछोरा

साथ ही संजय सिंह ने भाजपा के डुमरियागंज के पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह के एक वीडियो को दिखाते हुए  उस पर कड़ी आपत्ति जताई बताया कि विधायक ने भीड़ के सामने कहा कि “कम से कम द  मुसलमान लड़कियों को भगाओ  शादी कराएंगे और जो भगाकर लाएगा उसको खाने-पीने भर का नौकरी भी दिलाएंगे, रोजी-रोटी भी दिलाएंगे।” जिसकी ​कड़ी निंदाकर संजय सिंह ने इस बयान को “हिंदू धर्म का अपमान” और “हिंदू युवाओं के मानस में नफरत भरना” बताया। उन्होंने पूछा कि क्या कोई हिंदू मां-बाप अपने बेटे को छिछोरा बनाना चाहेगा? उन्होंने मोदी और योगी पर लाइसेंस देने का आरोप लगाया और सवाल किया कि दो करोड़ या 13.5 लाख नौकरी देने के वादे पूरे न होने पर अब युवाओं को ऐसी घटिया हरकतों से नौकरी दी जाएगी? साथ ही कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का नारा लगाकर ऐसी नफरत फैलाने वालों को हिंदू कहलाने का भी हक नहीं है और इस पर कोई कार्रवाई न होने के लिए मोदी और योगी को जिम्मेदार ठहराया।

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सुधार के बजाय CMS को किया सस्पेंड

वहीं हमला जारी रखते हुए आप नेता ने सुल्तानपुर के सीएमएस को हटाये जाने पर सवाल उठाए। संजय सिंह ने कहा कि सुल्तानपुर के बीरसिंहपुर सरकारी अस्पताल में हफ्ते में सिर्फ एक दिन अल्ट्रासाउंड होता है और सारी दवाएं बाहर से लिखी जाती हैं। यह उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलता है, जहां मोमबत्ती से ऑपरेशन और बैलगाड़ी से प्रसव कराने जैसी घटनाएं सामने आती हैं। ऐसे में आप के मुख्य प्रवक्ता वंशराज दुबे के धरने के दौरान, सीएमएस ने कथित तौर पर कहा कि अगर पुतला फूंकना है तो योगी जी का पुतला फूंकिए। इस बयान के बाद सीएमएस को सस्पेंड कर दिया गया। सांसद ने कहा कि व्यवस्था सुधारने के बजाय सीएमएस को सस्पेंड कर दिया गया। उन्होंने प्रशासन से शीघ्र समाधान करने की मांग की, अन्यथा पार्टी को बड़े स्तर पर आंदोलन करना पड़ेगा।

अपने दोस्त को बचाने में देश को कितना बेचेंगे

इसके अलावा संजय सिंह ने कहा कि एलआइसी का नारा “जिन्दगी के साथ भी और जिन्दगी के बाद भी” है, लेकिन मोदी सरकार ने इस पर से लोगों का विश्वास तोड़ा है। 33 हजार करोड़ का निवेश: 33,000 करोड़ रुपये एलआइसी (जिसमें लगभग 25 करोड़ लोगों का पैसा जमा है) का उठाकर अडानी समूह में निवेश किया गया। ये निवेश ऐसे समय में किया गया जब हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी की कंपनी डूबने लगी थी, और निवेशक पैसा निकाल रहे थे।

​आगे कहा कि डूबती हुई, बर्बाद हो रही और भ्रष्टाचार में लिप्त कंपनी का साझीदार मोदी, वित्त मंत्रालय और एलआइसी बन रहे हैं। यह एक बहुत बड़ा घोटाला है, जिसे अमेरिका के अखबार वॉशिंगटन पोस्ट ने उजागर किया। आप नेता ने पीएम मोदी से पूछा कि वे अपने दोस्त को बचाने के लिए देश को कितना बेचेंगे और नीलाम करेंगे?

सरयू से संगम तक पदयात्रा

इस दौरान संजय सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी 12 नवंबर से 24 नवंबर तक सरयू से संगम तक एक पदयात्रा निकालेगी, जिसके दो प्रमुख मुद्दों “रोजगार दो” और “सामाजिक न्याय दो” पर प्रांत अध्यक्षों द्वारा पूरे प्रदेश में बैठकों का आयोजन, पर्चा, पोस्टर, होर्डिंग लगाने और सभाओं की तैयारी जोर- शोर से चल रहा है। वहीं जारी किए गए मिस्ड कॉल नंबर पर अब तक करीब तीन हजार मिस्ड कॉल आ चुकी हैं, जिनमें लोग पदयात्रा को किसी न किसी रूप में समर्थन देना चाहते हैं।

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