आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गन्ना किसानों को बड़ी राहत दी है। शुक्रवार को योगी ने अपने सरकारी से आवास से गन्ना किसानों का 418 करोड़ रुपए बकाया मूल्य का ऑनलाइन भुगतान कर कहा कि मैं प्रदेश के अपने सभी गन्ना किसान बंधुओं को हृदय से बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सबका परिश्रम प्रदेश व देश के जीवन में खुशहाली लाने का कार्य करेगा।
मुख्यमंत्री ने आज बटन दबाकर गन्ना किसानों के खाते में सीधे भुगतान किया। साथ ही सीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये तमाम किसानों से बात की। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि गन्ना किसानों के हितों के संरक्षण को लेकर सरकार प्रतिबद्ध है। किसानों की यह बकाया धनराशि उनके खाते में सीधे ट्रांसफर की गई है। अब तक प्रदेश सरकार गन्ना किसानों का एक लाख करोड़ रुपए भुगतान कर चुकी है।
तीन साल में सरकार ने 100325 करोड़ रुपए के गन्ना मूल्य का भुगतान किया है। किसी भी सरकार ने इतना भुगतान अपने पांच साल के कार्यकाल में भी नहीं किया। 2007 से 2012 तक प्रदेश में 19 चीनी मिलें बंद हुई थीं, जबकि 2012 से 2017 तक दस मिले बंद हुईं, लेकिन तीन साल में भाजपा सरकार ने डेढ़ दर्जन से ज्यादा मिलों की क्षमता बढ़ाई गई और नई मिलों को चालू किया गया।
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योगी ने आगे कहा कि प्रदेश में 48 लाख गन्ना किसान हैं। इनके हितों को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन के दौरान भी 119 चीनी मिलें प्रदेश में चलती रहीं। हर मिल से 25 से 40 हजार किसान जुड़े हुए हैं। हर मिल आठ से दस हजार लोगों को रोजगार देती है। लॉकडाउन के दौरान इन मिलों के चलते रहने से इनकी आजीविका में कहीं कोई दिक्कत नहीं आई। इसका नतीजा है कि समय उत्तर प्रदेश गन्ना उत्पादन और चीनी उत्पादन में देश में पहले स्थान पर है। मिल और डिस्टलरीज ने प्रतिदिन पांच लाख लीटर सैनिटाइजर बनाने की क्षमता प्राप्त कर ली है। आज 28 अन्य राज्यों को, दूसरे देशों को भी सैनिटाइजर की आपूर्ति की जा रही है।
इतना ही नही मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि किसानों की आय में वृद्धि कैसे हो, इस पर हम अक्सर बात करते थे। पीएम नरेंद्र मोदी जी इस बारे में फोकस करते हैं कि फसल का विविधीकरण हो, या इंटरक्रॉपिंग के माध्यम से किसानों द्वारा एक ही बार में एक से अधिक फसल से अधिक मुनाफा प्राप्त किया जाए। वहीं प्रदेश के अलग-अलग कोने से इन सभी किसानों से संवाद बनाने का जो अवसर प्राप्त हुआ वह हमारे लिए एक नया अनुभव है। मैंने प्रदेश के उन प्रगतिशील और समृद्ध किसानों से संवाद किया जिन्होंने अपने परिश्रम से न केवल स्वयं के बल्कि प्रदेश और देश के जीवन में खुशहाली लाने का प्रयास किया है। आज के इस कार्यक्रम को शासन की कल्याणकारी योजनाओं, शासन और किसानों के बीच एक बेहतर तालमेल का एक आदर्श उदाहरण कहा जा सकता है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ ही गन्ना मंत्री सुरेश राणा, राज्य मंत्री सुरेश पासी और अपर मुख्य सचिव संजय आर भूसरेड्डी भी मौजूद थे।