आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बीते दिनों तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि से जन-धन का बड़ा नुकसान हुआ है। कई जिलों में पेड़ और दीवार गिरने से लोगों की जान चली गई, वहीं खेतों में खड़ी फसलें भी तबाह हो गईं। इस आपदा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अधिकारियों को बड़ा निर्देश दिया है
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आंधी-बारिश, ओलावृष्टि, वज्रपात के दृष्टिगत संबंधित जनपदों के अधिकारियों को पूरी तत्परता से राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए है। साथ ही कहा है कि अधिकारी क्षेत्र का भ्रमण कर नुकसान का सर्वे करें तथा राहत कार्य पर नजर रखें। आपदा से जनहानि और पशुहानि होने की स्थिति में प्रभावितों को तत्काल राहत राशि का वितरण करें। घायलों का समुचित उपचार कराया जाए। वर्तमान में गतिमान गेहूं की सरकारी खरीद के दृष्टिगत मंडियों सहित सभी खरीद केन्द्रों पर गेहूं के सुरक्षित भण्डारण का पूरा ध्यान रखा जाए।
साथ ही अधिकारियों को ये भी निर्देश दिया कि खेतों में फसल को जो नुकसान हुआ है, उसका सर्वे जल्द से जल्द किया जाए और पूरी रिपोर्ट शासन को भेजी जाए, ताकि आगे की कार्यवाही की जा सके। उन्होंने जलभराव की समस्या को भी गंभीरता से लेते हुए कहा कि जहां भी पानी भर गया है, वहां तत्काल जल निकासी की व्यवस्था कराई जाए ताकि लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से यह भी बताया गया है कि शासन स्तर से लगातार जिलों से जानकारी ली जा रही है और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त राहत बल भी भेजे जाएंगे। सरकार का प्रयास है कि हर पीड़ित तक मदद समय रहते पहुंचे और कोई भी व्यक्ति राहत से वंचित न रहे।
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गौरतलब है कि 17 अप्रैल की शाम को उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अचानक मौसम बदल गया था। तेज आंधी और बारिश के साथ कुछ जगहों पर ओले भी गिरे थे। अयोध्या, बाराबंकी, गोंडा, अमेठी, बहराइच, बलरामपुर समेत कई जिलों में जानमाल का नुकसान हुआ। अयोध्या में ट्रॉली पलटने और दीवार गिरने से महिलाओं की मौत हो गई, जबकि बाराबंकी में दीवार गिरने से लोगों की जान चली गई। वहीं सरकार मौत के आकड़ो को जल्द से जल्द प्रशासन को देने का निर्देश दिया ताकि सरकार उन पीड़ित परिवारों की मदद कर सके।