कफ सिरप कंपनी पर ED का एक्शन, स्रेसन फार्मा मालिक-अधिकारियों के सात ठिकानों पर रेड

कफ सिरप कंपनी

आरयू वेब टीम। मध्य प्रदेश और राजस्थान में जहरीले कोल्ड्रिफ कफ सिरप से हुई 21 बच्चों की मौत के बाद इस कंपनी के खिलाफ एक्शन शुरू हो गया है। अब इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एंट्री हो गई है। ईडी में सोमवार को मनी लॉन्ड्रिंग के तहत कोल्ड्रिफ कफ सिरप बनाने वाली कंपनी श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स और तमिलनाडु एफडीए के शीर्ष अधिकारियों से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की।

सूत्रों से मिले जानकारी के अनुसार, ईडी की पांच सदस्यीय टीम ने कोडंबक्कम रेसिडेंस पर छापा मारा। इसके अलावे दो ड्रग इंस्पेक्टर्स और तमिलनाडु ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट के इन-चार्ज डायरेक्टर के घरों पर भी छापेमारी की गई। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार के आरोपों पर शिकायत दर्ज किया। सिरप में मिला विषैला डाइएथिलीन ग्लाइकॉल (डीईजी) बच्चों की किडनी फेलियर का कारण बना।

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दरअसल मध्य प्रदेश पुलिस ने नौ अक्टूबर को रंगनाथन को गिरफ्तार किया। मध्य प्रदेश और राजस्थान में कुल 21 बच्चों की मौत हुईं। सिरप सांस की समस्या के लिए था, लेकिन लेबल पर चेतावनी न होने से बच्चे शिकार बने। तमिलनाडु सरकार ने दो ड्रग इंस्पेक्टर्स को सस्पेंड किया, जो दो साल से इसकी जांच नहीं कर रहे थे। एंटी करप्शन ब्यूरो ने ड्रग कंट्रोल के इन-चार्ज डायरेक्टर को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। दोनों एफआइआर में शेड्यूल्ड ऑफेंस हैं। ईडी ने कहा कि सिरप की बिक्री से मिला मुनाफा अपराध का फल है।

मिलेगी सख्त सजा

एमपी के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस घटना पर कहा कि, ‘दोषियों को सख्त सजा मिलेगी।’ केरल ने स्रेसन की सभी दवाओं पर बैन लगाया। ईडी ने कहा कि सिरप से 21 मौतें अपराध का परिणाम हैं। इंस्पेक्टर्स ने निरीक्षण न करके जानबूझकर लापरवाही की। डायरेक्टर रिश्वत लेते पकड़ा गया। ईडी अब फंड ट्रेल ट्रैक कर रही। ये कांड दवा उद्योग की लापरवाही को उजागर कर रहा। केंद्र ने सख्ती का वादा किया। मध्य प्रदेश और राजस्थान में जांच तेज है।

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