दार्जिलिंग में GJM नेताओं के यहां छापेमारी के बाद बिगड़े हालात

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आरयू वेब टीम।

गोरखा जनमुक्ति मोर्चा प्रमुख बिमल गुरुंग के परिसरों पर पुलिस ने आज छापेमारी कर कुछ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। इसके साथ ही पुलिस ने गोरखा जनमुक्ति मोर्चा की युवा शाखा की रैली रोकने की भी कोशिश की।

जिसके बाद दोनो घटनाओं से दार्जिलिंग में उग्र हुए गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के समर्थकों ने गाड़ियों में आग लगा दी। समर्थकों की उग्रता देखते हुए और हालात को काबू में करने के लिए जीजेएम की केंद्रीय कमेटी ने दार्जिलिंग की पहाड़ियों में अनिश्चितकालीन बंदी का ऐलान किया है।

प्राप्‍त जानकारी के अनुसार आज गुरुंग और जीजेएम के कुछ अन्य कार्यकर्ताओं के परिसरों पर छापेमारी की गई। पुलिस के अनुसार यह छापेमारी के पुख्‍ता जानकारी होने के बाद की गई जिसमें जीजेएम के कुछ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया गया है।

हालांकि, पुलिस ने गुरुंग के आवास पर छापेमारी की बात से इंकार किया है। पुलिस की माने तो पातलेबास में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा की सेंट्रल कमेटी के दफ्तर पर छापेमारी की थी, जहां तीर-धनुष व अन्य धारदार हथियार जब्त किए गए हैं।

हालांकि सरकारी ऑफिस पहले से बंद हैं, आज से दूसरे कार्यालय व संस्थान भी बंद हो गए। इस घटना के बाद पश्चिम बंगाल की सीमए ममता बनर्जी और उनकी सरकार के लिए इस घटना को सुलझाने के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होगा।

जीजेएम के महसचिव रोशन गिरि ने कहा कि  राज्य सरकार चुन-चुन कर निशाना बनाने की राजनीति पर काम कर रही है। पुलिस और राज्य सरकार हमें पहाड़ी क्षेत्र में अनिश्चितकालीन बंद बुलाने पर मजबूर कर रहे हैं। राज्य सरकार की क्रूरता के बारे में हम केंद्र को सूचित करेंगे। हमने पहाड़ी में आज से अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है। गोरखालैंड की मांग को लेकर दार्जिलिंग बंद शुरु हो चुका है।