दिवाली-छठ पर यात्रियों के लिए उत्तर रेलवे ने की तैयारी, चलाएगा 3000 से ज्यादा स्‍पेशल ट्रेनें

स्‍पेशल ट्रेनें
फाइल फोटो।

आरयू वेब टीम। दीपावली और छठ को देखते हुए बड़ी संख्या में लोग उत्तर प्रदेश और बिहार जाने की तैयारी में लग जाते हैं, जिसे देखते हुए रेल में भारी भीड़ देखने को मिलती है। त्योहारों पर यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए हर साल रेलवे द्वारा स्‍पेशल ट्रेनें चलाई जाती हैं। हालांकि रेलवे के काफी प्रयासों के बावजूद त्योहारों के समय टिकटों को लेकर काफी परेशानी होती है, लेकिन इस बार उत्तर रेलवे ने त्योहारों के समय तीन हजार से ज्यादा विशेष ट्रेनें चलाने का फैसला किया है।

इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार वर्मा ने बताया, ‘दिवाली और छठ पर्व के दौरान आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए 26 अक्तूबर 2024 से सात नवंबर 2024 तक विशेष ट्रेनों की 195 फेरी लगाने की योजना बनाई गई है।’ साथ ही कहा कि “उत्तर रेलवे इस बार छठ-दीवाली के लिए यात्रीगणों की सुविधा को लेकर पूरी तरह से तैयार है। प्रधानमंत्री जी और रेल मंत्री का इस पर विशेष ध्यान है कि सभी यात्रियों को सुरक्षित, सुविधाजनक और समय पर गंतव्य तक पहुंचाया जाए। इसके लिए, पिछले साल के अनुभव से सीख लेते हुए, नई दिल्ली और आनंद विहार रेलवे स्टेशनों पर हमने लगभग तीन गुना ज्यादा व्यवस्थाएं की हैं।”

उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने ये भी बताया कि ‘उत्तर रेलवे ने एक अक्तूबर 2024 से 30 नवंबर 2024 तक रेलगाड़ियों के अब तक की सबसे ज्यादा 3,144 फेरे लगाने की योजना बनाई है। करीब 85 प्रतिशत त्योहार विशेष रेलगाड़ियां उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और असम जाने वाले यात्रियों के लिए चलाई जाएंगी।’ उन्होंने कहा, ‘दिवाली और छठ पर्व के दौरान आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए 26 अक्तूबर 2024 से सात नवंबर 2024 तक विशेष ट्रेनों की 195 फेरी लगाने की योजना बनाई गई है। पिछले साल इसी अवधि के दौरान विशेष रेलगाड़ियों की फेरी की संख्या 138 थी।’

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“इस बार यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए, हमने विशेष रूप से एक विशाल होल्डिंग एरिया बनाया है, जो 72,000 स्क्वायर फीट में फैला है। यह सुनिश्चित करेगा कि आरक्षित यात्रियों को अलग रखा जाए और प्लेटफॉर्म पर भीड़भाड़ और मिश्रण की समस्या न हो। होल्डिंग एरिया में आरक्षित यात्रियों को एक बैरिकेड के अंदर रखा जाएगा और उन्हें सीधे कोचों तक पहुंचाया जाएगा। इस तरह, सभी आरक्षित कोच एक जगह पर होंगे, जिससे प्लेटफॉर्म पर कोई अव्यवस्था नहीं होगी।”

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