गोल्डी बराड़ को केंद्र ने UAPA के तहत घोषित किया आतंकी

गोल्डी बराड़

आरयू वेब टीम। केंद्र सरकार ने सोमवार को गैंगस्टर गोल्डी बराड़ को गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत आतंकवादी घोषित कर दिया। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार बराड़ प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़ा हुआ है जो भारत विरोधी गतिविधियों के लिए कुख्यात है।

गृह मंत्रालय की नोटिफिकेशन में कहा गया है कि गोल्डी बराड़ को एक क्रॉस बॉर्डर एजेंसी की ओर से समर्थन है। वह कई हत्याओं में शामिल रहा है और कट्टरपंथी विचारधारा का समर्थक है। इसके साथ ही उसने कई राष्ट्रवादी नेताओं को कॉल करके धमकियां दी हैं और उनसे फिरौती की मांग भी की है।

मंत्रालय की नोटिफिकेशन के अनुसार गोल्डी बराड़ और उसके सहयोगी पंजाब में शांति, सांप्रदायिक सद्भाव और कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने की लगातार साजिश रचते रहे हैं। इसके लिए वह तोड़फोड़, आतंकी मॉड्यूल खड़े करने, टारगेटेड हत्याएं करने समेत कई राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते रहे हैं।

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भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर गोल्डी बराड़ साल 2022 में आया था जब उसने प्रसिद्ध पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली थी।जानकारी के अनुसार वह फिलहाल कनाडा के ब्रैम्प्टन में रह रहा है। इस रिपोर्ट में पढ़िए गैंगस्टर गोल्डी बराड़ किन-किन अपराधों में शामिल रहा है। गोल्डी बराड़ साल 2017 में स्टूडेंट वीजा पर भारत से कनाडा गया था। उसने एक टीवी इंटरव्यू में बताया था कि उसने विदेश से ही मूसेवाला की हत्या की प्लानिंग की थी। दरअसल वह पंजाब के मुक्तसर जिले का मूल निवासी है। बता दें कि बराड़ ने बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान को भी जान से मारने की धमकी दी थी।

वहीं हथियारों की तस्करी के कई मामलों में केंद्र और राज्य की कई एजेंसियां उसकी तलाश कर रही हैं। पंजाब पुलिस ने उसके खिलाफ कई शिकायतें दर्ज की हैं। इनमें सिद्धू मूसेवाला की हत्या का मामला भी शामिल है। उसने साल 2022 में डेरा समर्थक प्रदीप सिंह कटारिया की हत्या की जिम्मेदारी भी ली थी। साथ ही वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग का एक प्रमुख सदस्य भी है।

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