आरयू ब्यूरो, लखनऊ। योगी सरकार ने शनिवार को प्रशासनिक फेरबदल करते हुए केंद्र से वापसी करने वाली वरिष्ठ आइएएस अधिकारी कामिनी चौहान रतन को प्रमुख सचिव, राज्य कर (जीएसटी) विभाग का दायित्व सौंप दिया है। लंबे समय तक केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर रहने के बाद ये यूपी कैडर लौटने वाली रतन इससे पहले भी अलग-अलग विभाग में अपनी साफ-सुथरी छवि और निर्णय क्षमता के लिए जानी जाती रही हैं।
इस नियुक्ति के साथ ही पूर्व प्रमुख सचिव (राज्य कर) आइएएस एम. देवराज को अब केवल नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग सौंप दिया गया है। न्यूक्लियर कार्मिक विभाग की ओर से यह आदेश जारी कर दिया गया है और तत्काल जीएसटी विभाग को नया प्रमुख सचिव मिलने जा रहा है।
जानकारी के अनुसार देवराज के कार्यकाल में विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों में कुछ असंतोष व्याप्त था। कई बार जीएसटी रिफंड, असेसमेंट और पेनाल्टी से जुड़े मामलों में कड़े रुख और अधिकारियों पर दबाव बनाने की शिकायतें सामने आई थीं। कुछ व्यापारिक संगठन भी एम देवराज की कार्यशैली से नाराज थे।
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यही कारण है कि कामिनी चौहान रतन की वापसी को विभाग में ‘ताजी हवा’ की तरह देखा जा रहा है। वह तेज तर्रार अफसर मानी जाती हैं और विकास कार्यों की समीक्षा करती रही हैं। केंद्र सरकार में उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। वे यूपी कैडर की 1997 बैच की आइएएस अफसर हैं।



















