आरयू ब्यूरो, लखनऊ। देश के साथ ही उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना के संक्रमण के कारण रमजान में लोग एक साथ नमाज अदा नहीं कर रहे हैं। इसी बीच इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने अलविदा की जुमा की नमाज को लेकर मंगलवार को एडवाइजरी जारी की है। इसके तहत अब मस्जिद में अलविदा जुमा की नमाज में सिर्फ पांच लोग ही शामिल हो सकेंगे।
इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने लोगों से अपील की कि ज्यादातर लोग अपने घरों में रहकर ही अलविदा जुमा की नमाज पढ़ें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में बचाव की एकमात्र उपाय है। इसी कारण लोगों की भीड़ जुटने पर सख्त रोक भी लगाई गई है।
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मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने सात मई को होने वाली अलविदा जुमा की नमाज को लेकर एडवाइजरी जारी की है। मौलाना ने कहा की अलविदा की नमाज भी कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए ही अदा की जाए और मस्जिद में अधिकतम पांच लोग ही फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ अलविदा की नमाज पढ़ें।
मौलाना खालिद रशीद ने लोगों से अपील की कि ज्यादातर लोग अपने घरों में रहकर ही अलविदा की नमाज पढ़ें और दुआ करें कि भारत से जल्द से जल्द कोविड-19 का संक्रमण खत्म हो जाए। मौलाना ने यह भी कहा कि अलविदा के मौके पर लोग एक दूसरे से में गले ना मिलें न ही हाथ मिलाएं। अपने-अपने घरों में रहकर ही इबादत करें। इस एडवाइजरी में मौलाना खालिद रशीद ने घर में अलविदा की नमाज पढ़ने का तौर तरीका भी बताया है।