आरयू ब्यूरो, लखनऊ। कई साल बाद लखनऊ विकास प्राधिरकण ने आज से एक बार फिर जनेश्वर मिश्र पार्क में बोटिंग शुरू करा दी है। पर्यटकों व बच्चों की काफी डिमांड को देखते हुए यह फैसला लिया गया। एलडीए की इस पहल के बाद अब आप भी 50 रुपए खर्च कर जनेश्वर की झील में 20 मिनट तक पैडल बोट चलाने का आनंद ले सकेंगे। एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने मंगलवार को जेएम पार्क के फ्लोटिंग डेक पर फीता काटकर बोटिंग सेवा का शुभारंभ कर दिया है।
एलडीए वीसी प्रथमेश कुमार ने बताया कि जनेश्वर मिश्र पार्क में लोग लंबे समय से बोटिंग सेवा शुरू करने की मांग कर रहे थे। इसे ध्यान में रखते हुए आज से बोटिंग शुरु करा दी गई है। जिसके लिए पार्क के गेट नंबर छह के पास स्थित राष्ट्र ध्वज के पीछे वॉटर बॉडी में फ्लोटिंग डेक बना है। जहां से 40 पैडल बोट व 10 बैटरी चलित बोट्स का संचालन किया जाएगा। फिलहाल 12 बोट का संचालन आज से शुरू हुआ है। बाकी 38 बोट्स जल्द ही बेड़े में शामिल करा दी जाएंगी।
एक ही कंपनी करेगी पांच साल संचालन
वीसी ने बताया कि पैडल व बैटरी चलित बोट में एक बार में चार लोग ही बोटिंग कर सकते हैं। बोट के लिए प्रति व्यक्ति 50 रुपये टिकट लगेगा, जिसमें 20 मिनट तक बोटिंग करने का समय मिलेगा। बोट्स का संचालन व अनुरक्षण ‘टाइगर टीम स्पीड’ कंपनी द्वारा किया जाएगा। जिसके लिए कंपनी ने एलडीए से पांच साल का अनुबंध किया है।
पहनना ही होगा लाइफ जैकेट
उपाध्यक्ष ने बताया कि बोटिंग सेवा में लोगों की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा गया है। इसके तहत बोटिंग करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को सेवा प्रदाता कंपनी के ऑपरेटर द्वारा लाइफ जैकेट उपलब्ध कराई जाएगी, जिसे बोटिंग करने वाले को पहनना अनिवार्य होगा।
इमरजेंसी से निपटेगी ट्रेंड ऑपरेटरों वाली स्टीमर
प्रथमेश कुमार ने बताया बोटिंग के दौरान आने वाली किसी भी इमरजेंसी से निपटने के लिए कंपनी ने मोटर चलित दो रेस्क्यू बोट (स्टीमर) मौके पर रखी है। इन स्टीमर पर ट्रेंड ऑपरेटरों की तैनाती की गई है।
अधिकारियों ने लिया बोटिंग का मजा, लाइफ जैकेट भूले
वहीं बोटिंग सेवा के शुभारंभ के साथ ही एलडीए के वीसी, सचिव, अपर सचिव, चीफ इंजीनियर, वित्त नियंत्रक व अन्य अधिकारी व इंजीनियरों ने भी आज बोटिंग का आनंद लिया। हालांकि इस दौरान वह अपनी ही सुरक्षा के विषय में चूक कर बैठे। लगभग सभी अधिकारी व इंजीनियर बिना लाइफ जैकेट के ही बोटिंग करते कैमरे में कैद हुए।
ओवरलोडिंग से भी नहीं चूके इंजीनियर
इसके अलावा शुभारंभ के मौके पर एक बोट पर क्षमता (चार) से अधिक पांच अधिकारी व इंजीनियर बैठे देखे गए। इस दौरान अधिशासी अभियंता मनोज सागर दो अधिकारियों के सीट की बीच की जगह में ही खुद को किसी तरह सेट कर बैठे रहें। अधिकारियों को ऐसा करते देख मौके पर मौजूद लोग चर्च करते रहें जब जिम्मेदार व उम्र दराज इंजीनियर ही ऐसा करेंगे तो बोटिंग करने वाले बच्चों व नवयुवकों का क्या हाल होगा।
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बोटिंग शुभारंभ के मौके पर एलडीए सचिव विवेक श्रीवास्तव, अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा, चीफ इंजीनियर एके सिंह, वित्त नियंत्रक दीपक सिंह, सीटीपी केके गौतम, उद्यान अधिकारी शशि भारती, ईई संजीव गुप्ता, अजीत कुमार, मनोज सागर, एई विशाल यादव व सहायक उद्यान अधिकारी करन सिंह समेत अन्य अफसर व इंजीनियर मौजूद रहें।
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वहीं जनेश्वर पार्क के कार्यक्रम के बाद वीसी प्रथमेश कुमार ने अफसर-इंजीनियरों की टीम के साथ बसंत कुंज योजना के विभिन्न सेक्टरों व प्रेरणा स्थल के अलावा हेरिटेज जोन में चल रहें कामों का भी निरीक्षण किया। बसंत कुंज में कुछ जगाहों पर निर्माण कार्यों की गति धीमी मिलने पर उन्होंने ठेकेदारों को मजदूरों की संख्या में बढ़ोतरी कर काम समय से पूरा कराने का निर्देश दिया।
इस दौरान उपाध्यक्ष को हेरिटेज जोन में इमारतों की रंगाई में गड़बड़ी मिलने पर ठेकेदार पर 50 हजार का जुर्माना लगा गया। वहीं बसंत कुंज के जॉगर्स पार्क में भी काम सही नहीं मिलने पर ठेकेदार पर जुर्माना लगाने के लिए उद्यान अधिकारी को वीसी ने निर्देशित किया। हालांकि जुर्माना की राशि क्या होगी यह देर शाम तक तय नहीं हो सका था।